नई दिल्ली : एमबीबीएस और मेडिकल के पीजी में प्रवेश के नाम पर करोड़ों की ठगी करने वाले गिरोह का पर्दाफाश एसटीएफ की कार्रवाई में किया गया है।
एसटीएफ ने गोमतीनगर के विजयंत खंड से गिरोह के मास्टरमाइंड और तीन अन्य लोगों को भी गिरफ्तार किया है। उनके पास से नीट में शामिल हुए 26 लाख छात्रों का डाटा और कई दस्तावेज भी बरामद किये है। एसटीएफ के प्रभारी एसएसपी अनिल कुमार सिसोदिया ने बताया कि जालसाजों ने गोमतीनगर में कार्यालय खोला हुआ था। मेडिकल की पढ़ाई में प्रवेश के नाम पर ठगी की शिकायतें पुलिस को पहले से ही मिल रही थी। उसके आधार पर एसटीएफ की साइबर क्राइम ब्रांच ने जांच करनी शुरू कर दी।
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आरोपियों पर कार्रवाई
बता दें कि आरोपी बिहार के दरभंगा माधोपट्टी का रहने वाला है।उसने लखनऊ के चिनहट स्वपन लोक कॉलोनी में अपना आलीशान मकान बनवा रखा है। सौरभ राईज ग्रुप प्रा. लि. का डायरेक्टर है। अन्य आरोपियों में यूनिवर्सल कंसल्टिंग सर्विसेज का निदेशक व इंदिरानगर सेक्टर-19 निवासी डॉ. अजिताभ मिश्रा और नई दिल्ली संगम विहार निवासी विकास सोनी शामिल हैं। डॉ. अजिताभ मूलरूप से अमेठी का रहने वाला बताया जा रहा है।
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15 करोड़ की ठगी
एसटीएफ के मुताबिक इस गिरोह का नेटवर्क पूरे देश में फैला हुआ था। आरोपियों ने पूछताछ में कुबूला है कि उन्होने लोगों से 15 करोड़ रुपये ठग चुके है। वही जांच एजेंसी पता लगाने में लगी हुई है कि उनके पास नीट अभ्यर्थियों का डाटा कहा से आया था। गिरोह में कई मेडिकल कॉलेज के कर्मचारी व अधिकारियों के शामिल होने की भी जानकारी भी मिली है। जल्द ही उन पर भी गिरफ्तारी की कार्रवाई की जा सकती है।