गोमती नदी को प्रदूषित करने वालों पर NGT ने सख्त रूख अपनाया है और अब तक का सबसे बड़ा जुर्माना लगाया गया है। NGT ने गोमती के प्रदूषण के लिए नगर निगम, जल निगम और राज्य सरकार के कई अन्य विभागों को जिम्मेदार मानते हुए इनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की सिफारिश की है। इसके साथ सरकार को 100 करोड़ का एक फंड बनाने की बात कही गई है।