नई दिल्ली: इंदौर नगर निगम के अधिकारी को बल्ले से पीटने वाले भारतीय जनता पार्टी के विधायक आकाश विजयवर्गीय को जेल से रिहा कर दिया गया है। आकाश को शनिवार को जमानत दे दी गई थी। हालांकि, जेल से बाहर आने के बाद उन्हें अपने किए पर पछतावा नहीं है, लेकिन उन्होंने ये जरूर कहा कि उन्हें दोबारा बल्लेबाजी का अवसर न मिले।
जेल से बाहर आने के बाद आकाश ने कहा कि जेल में उनका समय अच्छे से बीता। अंदर उन्हें किसी तरह की कोई समस्या नहीं हुई। बता दें कि आकाश विजय वर्गीय मध्य प्रदेश बीजेपी के बड़े नेता कैलाश विजयवर्गीय के बेटे हैं।
Akash Vijayvargiya, BJP MLA: In such a situation when a woman was being dragged in front of police, I couldn't think of doing anything else, not embarrassed at what I did. But I pray to god 'ki vo dobara ballebazi karne ka avsar na de.' #MadhyaPradesh pic.twitter.com/n9OJSfvgMR
— ANI (@ANI) June 30, 2019
इसके साथ ही उन्होंने कहा, ‘जब महिलाओं को पुलिस के सामने घसीटा जा रहा हो, तो मैं कुछ भी करने के लिए सोच नहीं सकता हूं। इसको लेकर मुझे कोई शर्मिंदगी नहीं है। जो मैंने किया, उसका मुझको कोई दुख नहीं है। हालांकि, अब गांधी के रास्ते पर चलना है, लेकिन मैं ईश्वर से प्रार्थना करता हूं कि वो दोबारा बल्लेबाजी करने का अवसर न दें।’
बता दें कि शनिवार को ही आकाश को जमानत मिल गई थी, लेकिन वह कागजी कार्रवाई के पूरे नहीं होने के कारण शनिवार को जेल से बाहर नहीं आ सके थे, लेकिन रविवार को सभी कानूनी प्रक्रिया पूरी करने के बाद उन्हें रिहा कर दिया गया है।