इन दिनों हम समाज में बहुत सी समस्याओं से जूझ रहे हैं ऐसे में चाहें फिर वो किसी भी देश की खराब अर्थव्यवस्था हो, वहां लगातार बढ़ रही बेरोज़गारी हो, या फिर जातिवाद और धर्म की लड़ाई ही क्यों न हो। इन समस्याओं का असर इतना गहरा है ये आज दुनिया की स्थिती देखकर अंदाजा लगाया जा सकता है। वहीं इन सबके चलते है एक समस्या ऐसी भी है। जिसे इन सबका एक बड़ा कारण (Causes of overpopulation) माना जा सकता है। और वो है जनसंख्या… (Population)
ये बढ़ती जनसंख्या सबको दिखाई तो दे रही है पर न जाने क्यों इसे इतनी गंभीरता से नहीं लिया जा रहा है। बता दे कि पृथ्वी नामक ये ग्रह केवल 1000 करोड़ की सीमा तक ही इसानों के बोझ को संभाल सकता है। जो कि एक क्रिटिकल जनसंख्या (Human Overpopulation) है। वहीं इस वक्त दुनिया की जनसंख्या 775 करोड़ है।
10 ऐसे देश जहां सबसे ज्यादा आबादी
दुनिया के 10 ऐसे देश जहां है सबसे ज्यादा आबादी (Human Overpopulation) जिसमें, चीन में 143 करोड़, भारत में 133 करोड़, संयुक्त राज्य अमेरिका में 33 करोड़, इंडिनेशिया में 27 करोड़, पाकिस्तान में 22 करोड़, ब्राज़िल में 21 करोड़, नाइज़ीरिया में 20 करोड़, बांग्लादेश में 16 करोड़, रूस में 14 करोड़ और मेक्सिको में 12 करोड़ की आबादी है।
10 ऐसे शहर जहां सबसे ज्यादा आबादी
वहीं अगर बात करें दुनिया के 10 ऐसे शहरों जहां सबसे ज्यादा आबादी है तो इसमें टोक्यो में 3 करोड़, 74 लाख, दिल्ली में 2 करोड़ 39 लाख, शंघाई में 2 करोड़ 31 लाख, साओ पौलो में 2 करोड़ 18 लाख, मेक्सिको सिटी में 2 करोड़ 16 लाख, काहिरा में 2 करोड़ 4 लाख, ढाका में 2 करोड़ 2 लाख, मुंबई में 2 करोड़ 2 लाख, बीजिंग में 2 करोड़ और ओसाका में 1 करोड़ की आबादी है।
बता दे कि वर्तमान में दुनिया की जनसंख्या 1.05 % के हिसाब से बढ़ रही है यानी की लगभग हर साल 8 करोड़ 10 लाख के हिसाब से लोग बढ़ रहे है। पिछले 40 सालों में (1959- 1999) जनसंख्या दोगुनी हो गई है (Problems of population expolsion) वहीं अंदाजा लगाया जा रहा है कि 2050 में आबादी 970 करोड़ और 2100 तक 1000 करोड़ से ऊपर पहुंच जाएगी।
हर साल 11 जुलाई को दुनियाभर में विश्व जनसंख्या (WORLD POPULATION DAY) दिवस मनाया जाता है। जहां दुनिया में बढ़ रही आबादी (Population Growth Problem) पर कैसे काबू पाया जाए इसके लिए जागरुकता अभियान चलाए जाते हैं। लगातार बढ़ रही आबादी पर अगर जल्द कोई अहम कदम नहीं उठाए गए तो भविष्य के लिए ये बहुत ही खतरनाक (Population increase Problems) साबित हो सकता है। चाहें फिर वो पानी की समस्या हो,बीमारियां हो, इंफ्रास्ट्रक्चर, वातावरण हो, या फिर इंसानों की घटती आयु पर ही असर क्यों न हो।
बढ़ती जनसंख्या के मुद्दे पर जितना अभी तक देखा और परखा गया, वहां यहीं समझ में आया कि राजनीतिक दल इस समस्या को धर्म और जाति का मुद्दा बनाकर राजनीति ज्यादा और सुझाव कम ढूँढ रहे हैं। जो भविष्य में और भी बड़ी समस्या पैदा कर सकता है।