किम जोंग उन : शक्तिशाली बहन सम्हाल सकती हैं सत्ता
उत्तर कोरिया दुनिया के सबसे रहस्यमय देशों में से एक है। उत्तर कोरिया के तानाशाह किम जोंग उन लम्बे समय से बीमार चल रहे हैं। किम अपने एक विला के अंदर बने अस्पताल में जिंदगी और मौत से जंग लड़ रहे हैं। मीडिया रिपोर्टों में यह भी दावा किया जा रहा है कि किम जोंग उन के ब्रेन डेड हो चुके हैं। लेकिन इन पर भरोसा करना काफी मुश्किल है क्योंकि उत्तर कोरिया के लोग उन्हें काफी मानते हैं और इसी वजह से किम से जुड़ी सूचनाएं बाहर आना काफी कठिन होता है।
किम की बीमारी की अटकलें तब तेज़ हो गई जब किम देश के स्थापना दिवस के कार्यक्रम में शामिल न हुए। 15 अप्रैल को उत्तर कोरिया का बहुत महत्वपूर्ण त्योहार था, क्योंकि इसी दिन देश के संस्थापक किम 2 सुंग का जन्मदिन होता है। इस दिन किम की तरफ से किसी भी बात का आधिकारिक उल्लेख नहीं किया गया। विशेषज्ञ इस बात को लेकर अनिश्चित हैं कि आखिर अपने दादा के जन्मोत्सव पर किम क्यों नजर नहीं आए।
किम जोंग उन की बहन संभाल सकती हैं सत्ता
इन सबके बीच खबरें तेज़ हो गई है कि अब किम जोंग उन की जगह उत्तर कोरिया की कमान कौन संभालेगा।और जो नाम जो सबसे ज्यादा चर्चा में है, वह हैं उनकी छोटी बहन किम यो जोंग का। किम यो जोंग एक शक्तिशाली महिला हैं और पहले भी अपने भाई के साथ रही हैं –
किम यो जोंग को फिर दी अहम जिम्मेदारी
उत्तर कोरियाई तानाशाह सर्जरी के बाद शासकीय फैसलों की जिम्मेदारी अपनी बहन को दी है। निर्णय सम्बन्धी मामले अब फिर से शक्तिशाली छोटी बहन किम यो जोंग के पास है। एक बार फिर उत्तर कोरिया में किम यो जोंग का कद बढ़ गया। सरकारी मीडिया ने रविवार को यह बेहद अहम जानकारी दी थी। कोरियन सेंट्रल न्यूज एजेंसी के मुताबिक, किम यो जोंग को शीर्ष अधिकारियों के पदक्रम में शनिवार को हुए फेरबदल के बाद केंद्रीय समिति के राजनीतिक ब्यूरो का फिर से वैकल्पिक सदस्य चुना गया। इसके पहले भी किम यो जोंग अपने भाई की सलाहकार रह चुकी हैं।
उत्तर कोरियाई तानाशाह पर गहरा प्रभाव
विशेषज्ञ बताते हैं कि ,’किम यो जोंग की अपने भाई तक सीधी पहुंच है। इतना हीं , नहीं उत्तर कोरियाई शासक पर उनकी बहन का गहरा प्रभाव है।विदेशियों से सारे डील किम यो जोंग ही किया करती है।अपने भाई की सकारात्मक छवि दुनिया में बनाने के लिए हमेशा तत्पर रहती हैं। 31 साल की किम यो जोंग अपने पिता और पूर्व उत्तर कोरियाई शासक किम जोंग इल की सबसे छोटी संतान हैं। अगर किम जोंग उन मरते हैं तो उनकी जगह पर किम यो जोंग या किम जोंग उन के बेटे को सत्ता दी जा सकती है।
हनोई शिखर वार्ता नाकाम होने पर पद से हटाया
गौरतलब है कि , किम जोंग उन ने खुद की अध्यक्षता में बैठक कर ये फैसला लिया था कि उनकी बहन की दोबारा नियुक्त की जाएँगी। विश्लेषकों का कहना है कि किम यो जोंग को पिछले साल स्वयं किम जोंग उन तथा अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की हनोई में दूसरी शिखर वार्ता नाकाम होने के बाद इस पद से हटा दिया गया था।इसमें अब कोई संशय नहीं है की फिलहाल बिगड़े स्वस्थ्य में किम जोंग उन सबसे ज्यादा भरोसा अपनी बहन पर कर रहे हैं।
विंटर ओलपिंक में भाई की जगह नेतृत्व
किम यो जोंग एक शक्तिशाली महिला हैं। जिन्होनें वर्ष 2018 में विंटर ओलंपिंक खेलों में अपने भाई की जगह पर देश का नेतृत्व किया था। इसके बाद उनकी सत्तारूढ़ पार्टी में उनकी हैसियत और ज्यादा बढ़ गई थी। विशेषज्ञों का कहना है कि किम जोंग उन की विदेशों में और उत्तर कोरिया के अंदर सार्वजनिक छवि बनाने के पीछे किम यो जोंग का ही दिमाग है।वहीं बता दें कि , किम ने राजद्रोह के आरोप में अपने चाचा को फांसी पर लटकवा दिया था।
दक्षिण कोरिया पर भड़कीं थीं किम कहा “डरे हुए कुत्ते भौंक रहे हैं”
किम यो जंग एक सख़्त महिला हैं। पिछले महीने ही किम यो जोंग ने दक्षिण कोरिया के खिलाफ बेहद सख्ती दिखाई थी। उत्तर कोरिया ने लाइव फायर मिलिट्री अभ्यास किया था। इसके बाद दक्षिण कोरिया ने इसका विरोध किया था। दक्षिण कोरिया के बयान के बाद किम यो जोंग ने कहा था कि ‘डरे हुए कुत्ते भौंक रहे हैं।’ इससे पहले मार्च महीने में किम यो जोंग ने सार्वजनिक रूप से अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की पत्र भेजने के लिए प्रशंसा की थी। उन्होंने आशा जताई थी कि उत्तर कोरिया और अमेरिका के बीच संबंध बेहतर होंगे।