नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर में एक किसान भ्रष्ट अधिकारियों की वजह से जिंदगी और मौत से जूझ रहा है। किसान के परिवार की जमीन को दबंग लोगों ने रुपए लेकर पीछे कर दी। इतना ही नहीं जब दोबारा चकबंदी हुई तो दबंगों ने फिर से उसकी जमीन को काटकर पीछे कर दी। जब किसान ने जमीन पर स्टे लगा दिया तो दबंगों ने किसान पर हमला कर जान से मारने का प्रयास किया था। पीड़ित किसान मेरठ के अस्पताल में जिंदगी और मौत से जूझ रहा है। किसान के परिवार ने उसका परिवार न्याय ना मिलने पर सीएम दफ्तर पर आत्मदाह करने की बात कह रहा है ।
दरअसल मामला बुढाना तहसील के बुढाना बांगर का है। जहां सरोज नामक किसान की जमीन चकबंदी में आ गयी थी। चकबंदी के अधिकारियों ने दबंगों से मिलीभगत कर किसान की रोड पर आने वाली जमीन को पीछे कर दिया था। जब किसान ने गुहार लगाई तो दुबारा चकबंदी हुई और फिर से जमीन को पीछे कर दिया।
इस मामले के बाद जब किसान सरोज अपनी जमीन पर कोर्ट से स्टे लेकर पहुंचा तो दबंगों द्वारा 24 जून को उस पर जानलेवा हमला करते हुए खेत मे ही फांसी के फंदे पर टांग दिया था। शोर होने पर दबंग मौके से फ़रार हो गए थे। जिसके बाद से पीड़ित किसान को मेरठ के एक हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया। यहां किसान जिंदगी और मौत से जूझ रहा है।
पीड़ित परिवार ने दी आत्महत्या की चेतावनी
पीड़ित किसान के परिवार ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मामले की शिकायत की और समस्या का समाधान ना होने पर आत्मदाह की चेतावनी दी। पीड़ित परिवार की इस चेतावनी के बाद मुज़फ्फरनगर जिला प्रशासन में जागा और आनन फानन में पीड़ित किसान के परिवार को बुलाया गया। इसके बाद पूरे मामले की जांच बैठा दी है और भ्रष्ट कर्मचारियों पर कार्रवाई की बात कही है। वहीं किसान के परिवार का कहना है कि अगर न्याय नही मिला तो हम सीएम आफिस पर आत्मदाह कर लेंगे।
एडीएम अमित कुमार ने इस मामले पर कहा कि जिला अधिकारी ने संज्ञान लिया है। पीड़ित को यहां बुलाया था। उनके डॉक्यूमेंट डीडीसी के यहां प्रस्तुत किए गए। यह मामला न्यायालय से ही निस्तारित होना है। उन्होंने इस मामले में जांच और दोषी को सजा देने की बात कही है।