रश्मि सिंह|Chhath Puja 2023: शुक्रवार से लोक आस्था का महापर्व छठ शुरु हो चुका है। जिसका समापन 20 नवंबर को हो जाएगा। चार दिन तक चलने वाला यह पर्व सभी के लिए बहुत खास होता है। बता दें छठ पूजा का ये व्रत संतान की दीर्घायु और खुशहाल जीवन के लिए किया जाता है। इस दिन महिलाएं निर्जला उपवास रखती है। छठ के सभी दिनों का विशेष महत्व होता हैष हालांकि, छठ के दूसरे दिन का विशेष महत्व होता है। इस दिन खरना मनाया जाता है, साथ ही इससे जुड़े कई नियमों का ध्यान भी रखा जाता है।
खरना तिथि
आज छठ का दूसरा दिन खरना है। इस दिन महिलाएं पूरे दिन उपवास रखती है। शाम के समय मिट्टी के नए चूल्हे पर गुड की खीर प्रसाद के रुप में बनाई जाती है। पूजा के बाद इसी प्रसाद को व्रती ग्रहण करते हैं। आज के दिन सूर्योदय का समय सुबह 06:46 बजे का है और सूर्यास्त शाम 05:26 बजे होगा।
खरना के नियम
- खरना वाले दन घर में साफ सफाई का विशेष ध्यान रखना चाहिए।
- इस दिन बनने वाला प्रसाद को चखने की भूल न करें, साथ ही खरना पूजा का प्रसाद ऐसे स्थान पर बनाए, जहां रोजमर्रा का खाना न बनता हो।
- छठ पर्व के दिनों में घर में प्याज और लहसुन का सेवन करें।
- यह मान्यातये है की, छठ का व्रत रखने वाली महिलाएं उन्हें पलंग या चारपाई पर नहीं सोना चाहिए, वह जमीन पर कपड़ा बिछाकर सोएं।