नई दिल्ली- कुलभूषण जाधव मामले की ICJ (इंटरनेशनल कोर्ट ऑफ जस्टिस) में बुधवार को सुनवाई हुई, जिसमें भारत की बड़ी जीत हुई। जबकि ICJ ने पाकिस्तान को लताड़ भी लगाई। 15-1 से फैसला भारत के पक्ष में आया यानी 16 जजों में 15 जजों ने पाकिस्तान का विरोध किया, जिसमें चीनी जज शू हांकिन का नाम भी शामिल है।
चीनी जज ने भी किया भारत का सपोर्ट
अक्सर चीन को पाकिस्तान का समर्थन और भारत की राह में रोड़ा बनते हुए देखा गया है। आतंकी मसूद अजहर को ग्लोबल आतंकी घोषित करने या फिर भारत को UN की सिक्योरिटी काउंसिल में शामिल करने के मामले में चीन को भारत को विरोध करते हुए देखा जा चुका है।
2010 से आईसीजे की सदस्य है हांकिन
बता दें कि चीनी जज शू हांकिन ICJ (इंटरनेशनल कोर्ट ऑफ जस्टिस) में 2010 से सदस्य है। हांकिन को दो साल बाद यानी 2012 में फिर से चुना गया था। इसके बाद वह 6 फरवरी 2018 को शू हांकिन इंटरनेशनल कोर्ट ऑफ जस्टिस की उपाध्यक्ष चुनी गई थीं।
भारत को बड़ी कामयाबी
बताते चलें कि अंतरराष्ट्रीय अदालत (ICJ) ने भारतीय नागरिक कुलभूषण जाधव को फांसी की सजा रोक लगा दी है। इसके साथ ही अदालत ने पाकिस्तान को जमकर लताड़ा। कोर्ट ने कहा कि पाकिस्तान ने वियना समझौता का उल्लंघन किया। इस फैसले को भारत की बड़ी कामयाबी के तौर पर देखा जा रहा है।