नई दिल्ली- मोदी सरकार की नई नीति वन नेशन, वन इलेक्शन का कांग्रेस सहित विपक्षी पार्टियों ने समर्थन नहीं किया है। इस बीच कांग्रेस पार्टी के मुंबई अध्यक्ष व पूर्व केन्द्रीय मंत्री मिलिंद देवड़ा ने बीजेपी सरकार के इस फैसले का समर्थन किया है। देवड़ा ने बुधवार को कहा कि केंद्र सरकार का यह प्रस्ताव चर्चा योग्य है। हमें यह भी नहीं भूलना चाहिए कि 1967 में देश में एक साथ चुनाव कराए गए थे।
वन नेशन, वन इलेक्शन को लेकर कांग्रेस में मतभेद
वहीं, मिलिंद ने अब पार्टी के विरोध के बावजूद इस मुद्दे पर समर्थन जताकर पार्टी में नया विवाद खड़ा कर दिया है। हालांकि देवड़ा ने इसे अपना निजी बयान बताया है। वड़ा का यह बयान उस समय आया, जिस समय दिल्ली में इसी विषय पर सर्वदलीय बैठक हो रही थी।
My personal views on the ongoing #OneNationOneElection debate pic.twitter.com/dUxP5BeJ80
— Milind Deora | मिलिंद देवरा ☮️ (@milinddeora) June 19, 2019
पीएम मोदी अध्यक्षता में हुई बैठक
बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को सर्वदलीय बैठक बुलाई, जिसमें ‘एक देश-एक चुनाव’ को लेकर अहम चर्चा हुई। पीएम मोदी की अध्यक्षता में हुई सर्वदलीय बैठक में एनडीए समेत गैर-एनडीए दलों के भी कई दलों के नेता शामिल हुए।
बैठक के बाद बोले राजनाथ
सर्वदलीय बैठक खत्म होने के बाद रक्षआमंत्री राजनाथ सिंह ने मीडिया से बातचीत की। इस दौरान राजनाथ सिंह ने कहा कि देश में एकसाथ चुनाव कराने के मुद्दे पर ज्यादातर दलों ने समर्थन किया, हालांकि कुछ मुद्दों पर वैचारिक मतभेद थे। पीएम मोदी ने देश में एकसाथ चुनाव के मुद्दे पर कमिटी का गठन किया। उन्होंने आगे कहा कि हमने देशभर की 40 पार्टियों के अध्यक्षों को आमंत्रित किया था, जिसमें से 21 पार्टियों के प्रमुख आज पहुंचे थे और 3 ने पत्र लिखा था।