जनंतत्र डेस्क, Rajasthan: देश में बाल विवाह के खिलाफ सख्त कानून बना हुआ है। फिर भी हर साल बच्चियां इस प्रथा का शिकार होती हैं। राजस्थान में बाल विवाह का ग्राफ सबसे ऊपर है। लेकिन एक नाबालिग ने इसका विरोध करते हुए अपनी शादी रूकवाई। जोधपुर के नांदड़ी गांव में एक 17 साल की लड़की ने अपना बाल विवाह रुकवा दिया। शादी रोकने के लिए नाबालिग ने संरक्षण आयोग से गुहार लगाई।
नाबालिग ने अपनी गुहार में कहा- ‘आपको गीतों की आवाज आ रही होगी, बस कुछ ही देर में मेरी शादी हो जाएगी। मेरी शादी रुकवा दो। मेरे साथ जबरदस्ती की जा रही है।‘
दरअसल, नांदड़ी गांव में 17 साल की बालिका का विवाह 25 साल के शख्स से हो रहा था। घर में विवाह की रस्में चल रही थी। लड़की परेशान थी उसकी शादी जबरदस्ती की जा रही थी। उसने बाल आयोग को फोन किया। आयोग ने एक्शन लेते हुए पुलिस को इसकी जानकारी दी। पुलिस लड़की के घर पहुंची लेकिन परिजनों से बात कर चली गई। जिसके बाद परेशान नाबालिग ने फिर से बाल आयोग को फोन लगाया और मदद की गुहार लगाई।
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इस पर बाल संरक्षण आयोग की अध्यक्ष संगीता बेनीवाल ने जिला कलेक्टर को सुचना दी। बनाड एसएसओ सहित टीम मौके पर पहुंची। नाबालिग को बनाड थाने लाई। फिर बाल संरक्षण आयोग को सौंपा। दरअसल, नाबालिग की बहन की शादी हो रही थी। परिवार वाले साथ में छोटी बहन की भी शादी करवा रहे थे। 17 साल की नाबालिग ने शादी का विरोध किया। घरवाले नहीं माने। नाबालिग ने संगीता बेनीवाल को बताया कि पुलिस एक दिन पहले उनके घर आई थी, लेकिन घरवालों से बात कर चली गई। साथ ही पुलिसवालों ने परिजनों से कहा कि समय बदलकर शादी कर देना।