दिल्ली : प्रदेश वालों को लिए योगी सरकार एक नई सौगात लेकर आ रही है, अब चीन से विस्थापित होकर नोएडा में आ रहे सैमसंग के मोबाइल, आईटी डिस्प्ले और ओएलईडी मोबाइल डिस्प्ले निर्माण के नए प्लांट की स्थापना का रास्ता साफ हो गया है। योगी कैबिनेट ने शुक्रवार को सैमसंग डिस्प्ले नोएडा प्राइवेट लिमिटेड को यूपी इलेक्ट्रॉनिक्स नीति-2017 के तहत पूंजी उपादान और भूमि हस्तांतरण पर स्टांप ड्यूटी में छूट देने की मंजूरी दी है।
1500 से अधिक रोजगार-
कंपनी नोएडा में 4825 करोड़ रुपये का निवेश करेगी, इससे 1500 से अधिक लोगों को रोजगार मिलेगा। प्रदेश सरकार के प्रवक्ता ने बताया कि सैमसंग की यह परियोजना मोबाइल एवं आईटी डिस्प्ले उत्पादों के निर्माण के लिए ऐसी पहली यूनिट है जो कि चीन से विस्थापित होकर नोएडा में स्थापित की जा रही है। उत्पादन शुरू होने के बाद भारत ओएलईडी तकनीक से निर्मित मोबाइल डिस्प्ले निर्माण करने वाला तीसरा देश बन जाएगा। यह प्लांट प्रदेश में डिस्प्ले से संबंधित फैब इकाई की स्थापना के लिए मील का पत्थर साबित होगा।
यूपी निवेश का केंद्र-
नोएडा में सैमसंग के मोबाइल, आईटी डिस्प्ले और ओएलईडी मोबाइल डिस्प्ले निर्माण के नए प्लांट की स्थापना का रास्ता साफ होने के बाद सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह ने कहा कि प्रदेश में इस इकाई के लगने से निर्यात बढ़ेगा। इससे यह साफ है कि सीएम योगी के नेतृत्व में यूपी निवेश का बड़ा केंद्र बनता जा रहा है। प्रदेश सरकार के प्रयास से राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में एक नया ईको-सिस्टम विकसित हुआ है। देश-विदेश में मोबाइल एवं अन्य इलेक्ट्रॉनिक्स उपकरणों की बढ़ती मांग के मद्देनजर भारत भी निर्यात हब बनने की ओर अग्रसर है।
मेक इन इंडिया-
वहीं, सैमसंग के नए प्लांट के लिए पूंजी उपादान व भूमि हस्तांतरण पर स्टांप ड्यूटी में छूट के फैसले के बारे में प्रदेश सरकार के प्रवक्ता ने बताया कि गत वित्तीय वर्ष में 2.7 बिलियन डॉलर के निर्यात के साथ सैमसंग प्रदेश का सबसे बड़ा निर्यातक है। कंपनी ने आगामी पांच वर्ष में 50 बिलियन डॉलर के निर्यात का लक्ष्य रखा है।
आपको बता दें, इससे पहले उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री ऐलान कर चुके हैं की प्रदेश में सबसे बड़ा फिल्म सिटी बनेगा, जिसकी उन्होंने शुरुआत भी कर दी है.