सुशांत सिंह सुसाइड केस में राजनीति तेज
- देवेंद्र फडणवीस ने इस मामले में कहा
- इस मामले में CBI जांच की मांग तेज
- SC में कैविएट के साथ अर्जी भी दाखिल
मुंबई : सुशांत सिंह राजपूत सुसाइड केस में अब राजनीति तेज हो गई है। बता दे कि इस मामले को लेकर महाराष्ट्र के पूर्व सीएम देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि “मामले को लगातार CBI को देने की मांग हो रही है, इसलिए मेरी मांग है कि अगर राज्य सरकार CBI को नहीं देना चाहती तो कम से कम इसमें ED को ECIR पंजीकृत करने से तो नहीं रोक सकते क्योंकि इसमें मनी लॉन्ड्रिंग का मामला सामने आया है”
Enforcement Directorate (ED) should carry out investigation in #SushantSinghRajputDeathCase as it seems that there is money syphoning involved in this case: Maharashtra Leader of Opposition & BJP leader, Devendra Fadnavis pic.twitter.com/3edQjw03j1
— ANI (@ANI) July 31, 2020
वहीं इस मामले की जांच CBI से कराए जाने की मांग भी तेज होती जा रही है। अब इस मामले में पटना हाईकोर्ट में एक याचिका दाखिल कर कोर्ट से से मामले में हस्तक्षेप किए जाने की मांग की है। याचिका में बिहार पुलिस से मामला CBI को ट्रांसफर करने की बात कही गई है। पटना हाईकोर्ट में पवन प्रकाश पाठक और गौरव कुमार की तरफ से याचिका दायर की गई है। हालांकि अभी कोर्ट को ये फैसला लेना है कि वो याचिका पर सुनवाई करेगा या नहीं। पटना हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस को ये फैसला लेना होगा कि आखिर इसे किसे सौंपना है और इस मामले की जांच किस प्रकार करवाई जाएगी। आपको बता दें कि कल ही सुप्रीम कोर्ट ने CBI जांच वाली याचिका को खारिज कर दिया था।
Bihar govt has filed caveat before Supreme Court challenging actor Rhea Chakraborty's petition (seeking transfer of the FIR registered in Patna to Mumbai). Lawyer Mukul Rohatgi has been engaged in the case: Lalit Kishore, Advocate Gen, Bihar Govt. #SushantSinghRajputDeathCase pic.twitter.com/zUJSo5xMbJ
— ANI (@ANI) July 31, 2020
एक्टर सुशांत सिंह राजपूत की मौत मामले में बिहार सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में कैविएट के साथ एक अर्जी भी दाखिल की है, जिसमें राज्य सरकार ने कहा कि बिहार पुलिस की ओर मामले की जांच को जारी रहने दिया जाए। इसके साथ ही सरकार ने रिया चक्रवती की उस मांग का विरोध किया है, जिसमें रिया ने कहा है कि जब तक उसकी याचिका सुप्रीम कोर्ट में लंबित रहती है तब तक बिहार पुलिस को आगे की जांच से रोका जाए।