2019 News : देश में चली पहली प्राइवेट ट्रेन Tejas Express, ट्रेन में प्लेन वाली सुविधा
2019 News – साल 2019 में अयोध्या (Ayodhya) का राम मंदिर विवाद (Ram mandir Dispute) करीब 70 वर्ष तक कोर्ट में लड़ाई के बाद नतीजे पर पहुंच गया। 9 नवंबर 2019 को सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) की संवैधानिक बेंच ने सर्वसम्मति से विवादित भूमि (Disputed land) को राम लला विराजमान को देने का फैसला सुनाया। कोर्ट ने मुस्लिम पक्ष (Muslim side) को नई मस्जिद (New mosque) बनाने के लिए अलग से 5 एकड़ भूमि देने का भी आदेश दिया। सुप्रीम कोर्ट ने फैसले में मंदिर निर्माण का कार्य एक ट्रस्ट को सौपने की बात कही।
देश की पहली निजी ट्रेन तेजस एक्सप्रेस (Tejas Express) पटरियों पर सरपट दौड़ रही है। लखनऊ जंक्शन (Lucknow Junction) से उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) ने ट्रेन को हरी झंडी दिखाई तो यात्रियों के चेहरे खिल गए, क्योंकि अब उन्हें मिल गई थी सारी सुविधाओं से लैस तेजस। तेजस के संचालन के लिए आईआरसीटीसी (IRCTC) कर्मचारियों को यात्रियों से सम्मान से पेश आने की ट्रेनिंग दी गई है। आईआरसीटीसी कर्मचारियों को यात्रियों के हर सवाल का जवाब मुस्कान के साथ देने पर जोर दिया गया।
आईआरसीटीसी की इस पहली ट्रेन के यात्रियों को 25 लाख रुपए का नि:शुल्क बीमा भी दिया जाएगा। यात्रा के दौरान लूटपाट या सामान चोरी होने की स्थिति के लिए भी एक लाख रुपए के मुआवजा भी दिया जाएगा। अब आपको बताते हैं बाकि ट्रेनों से क्यों खास है तेजस
- ट्रेन में यात्रियों के लिए रात में डिनर की भी व्यवस्था होगी
- एक नोडल अधिकारी होगा जो लोगों की समस्याओं को सुनेगा
- तेजस ट्रेन में तत्काल कोटा की कोई सुविधा नहीं है
- ट्रेन के समय से 5 मिनट पहले भी आप टिकट बुक करा सकेंगे
- ग्रुप बुकिंग के लिए भी तेजस में 78 सीट चेयरकार होगी इसके अलावा तेजस में विदेशी यात्रियों के लिए 50 सीटें चेयरकार में रखी गई है
- ट्रेन लेट होने पर आपको 250 रुपये तक का रिफंड मिलेगा
- ट्रेन के दरवाजों पर सेंसर लगे हुए हैं, जैसे ही अप दरवाजों के करीब जाएंगे दरवाजे अपने आप खुल जाएंगे
- सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए हर बोगी में 6 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए है
- ट्रेन में बायो-टॉयलेट लगाया गया है
- ट्रेन में यात्री परेशान न हो, इसके लिए वाई-फाई और मोबाइल चार्जिंग की सुविधा भी दी गई है
तो इस करह से लग्जरी सुविधाओं से लैस देश की पहली प्राइवेट ट्रेन पटरी पर दौड़ी तो यात्रियों के चेहरे भी खिल गए, क्योंकि सफर तो ट्रेन का था लेकिन सुविधाएं हवाई जहाज जैसी, तो भला किसका मन नहीं करेगा कि एक बार वो तेजस में सफर का मजा ले।