नई दिल्ली : पूर्व केंद्रीय मंत्री अरुण जेटली का आज दिल्ली के निगम बोध घाट पर पूरी रीति-रिवाज़ के साथ अंतिम संस्कार किया गया और इस तरह जेटली शून्य में विलीन हो गए। अरुण जेटली के निधन से जहाँ बीजेपी को बड़ा झटका लगा है और बीजेपी नेताओं में शोक की लहर दौड़ गयी है, वहीँ देश भर में उनके निधन को लेकर लोगों में शोक है। अरुण जेटली भले ही अब हमारे बीच न हो, लेकिन अपने पीछे वो कई सुनहरी यादें छोड़ गए है, जिसके जरिये वो हमेशा लोगों के दिलों में जिन्दा रहेंगे।
अरुण जेटली अब हमारे बीच नहीं रहे, लेकिन सरकार में रहते हुए उन्होंने जो काम किये, उनकी वजह से वो हमेशा आम लोगों के दिलों में जिन्दा रहेंगे। मोदी सरकार के पहले कार्यकाल में उन्होंने वित्त मंत्रालय की जिम्मेदारी संभाली और कई मौकों पर सरकार के लिए वो संकटमोचक की भूमिका में रहे। अपने जवाब से हमेशा विपक्ष की बोलती बंद करने वाले अरुण जेटली अब हमेशा के लिए खामोश हो गए हैं, लेकिन उन्होंने राजनीति में जो अपनी एक अलग छवि बनाई, वो हमेशा लोगों के दिलों में जिन्दा रहेगी।
जेटली के वित्त मंत्री रहते ही सरकार ने नोटबंदी और जीएसटी जैसे बड़े फैसले लिए। वो अरुण जेटली ही थे, जिन्होंने सरकार की योजनाओं को सरजमीं पर उतारने के लिए पूरी रणनीति तैयार की और इन योजनाओं को जनधन सफलतापूर्वक लागू भी किया। जनधन योजना की शुरुआत भी जेटली के वित्त मंत्री रहते हुई। जनधन योजना को मोदी सरकार के उन सफलतम योजनाओं में गिना जाता है, जिसके दम पर मोदी सरकार की दुबारा वापसी हुई।
मोदी सरकार के पहले कार्यकाल के अंतिम चरण में मोदी सरकार ने आयुष्मान भारत योजना की शुरुआत की, जिसे लागु करने में जेटली की महत्वपूर्ण भूमिका थी। आयुष्मान भारत योजना को भी मोदी सरकार ने चुनाव के समय जमकर इस्तेमाल किया। मुद्रा योजना और सुकन्या समृद्धि योजना को भी शुरू करवाने में उन्होंने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।