नई दिल्ली: हम आपको दो ऐसे सरकारी विद्यालयों के बारे में बताने जा रहे हैं, जहां खूबसूरत इमारत है, अध्यापक है और मध्यान भोजन बनाने के लिए रसोइयां भी है। लेकिन कुछ नहीं है तो वो है वहां पढ़ने वाले नौनिहाल। सुबह विद्यालय के समय अध्यापक और पूरा स्टाफ आता है दिन भर पढ़ने वालों बच्चों का इंतजार करता है और फिर विद्यालय बन्द कर चला जाता है। कारण विद्यालय आने वाले बच्चों का बीमार होना है, जिसके चलते अभिवावक अपने बच्चों को विद्यालय नहीं भेजते है।
बता दें कि ये हाल अयोध्या जनपद के अमानीगंज शिक्षाक्षेत्र के दो विद्यालयों प्राथमिक विद्यालय चांदीपुर नागहरा और पूर्व माध्यमिक विद्यालय पडरी का है। यहां बीते कई दिनों से अचानक बच्चे बीमार होने लगे, जिसके कारण अभिवावकों ने बच्चों को स्कूल भेजना बन्द कर दिया और खुद विद्यालय पहुंचकर शिकायत करने लगे।
क्या है पूरा मामला?
विद्यालय के थोड़ी दूर पर एक पोल्ट्री फार्म खोलने पर उसकी दुर्गंध और प्रदूषण विद्यालय तक पहुंचता है। इसके चलते ग्रामीणों के साथ साथ विद्यालय आने वाले बच्चे भी बीमार होने लगे। अब इसी पोल्ट्री फार्म को बंद कराने को लेकर ग्रामीणों ने आला अधिकारियों से शिकायत करना शुरू किया है और साथ ही अपने बच्चों को विद्यालय जाने से मना कर दिया। सारा स्टाफ आकर बच्चों का इंतजार करता है और फिर विद्यालय बंद कर वापस जाता है। वहीं दूसरी तरफ बैटरी फोन से फैलने वाली दुर्गंध और बीमारियों के चलते ग्रामीण पलायन करने की भी बात कर रहे हैं।