जम्मू-कश्मीर : बुराई पर अच्छाई का प्रतीक विजय दशमी का पर्व पूरे जम्मू-कश्मीर में मंगलवार को धूमधाम से मनाया गया। जम्मू के गांधी नगर ग्राउंड में मुख्य कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जबकि राज्य के विभिन्न जिलों और क्षेत्रों में रामलीला मैदान में शाम को रावण, कुंभकर्ण और मेघनाद के पुतले को आग के हवाले कर समाज को अच्छाई का संदेश दिया गया।
शाम को पहले गत 9 दिनों से जारी रामलीला के अंतिम दृश्यों को दर्शाया गया। श्री राम और लक्ष्मण के साथ रावण सहित कुंभकर्ण और मेघनाद के युद्ध को दृश्य का मंचन किया गया। कुंभकर्ण को युद्ध के लिए उनके साथियों द्वारा नींद से जगाने के दृश्य ने भी दर्शकों का खूब मनोरंजन किया।
युद्ध के दौरान जैसे ही बुराई के प्रतीक माने जाने वाले रावण सहित कुंभकर्ण और मेघनाद की हार हुई, वैसे ही रामलीला मैदान में स्थापित किए गए तीनों के पुतलों को आग के हवाले कर दिया गया। आतिशबाजी की गडगडाहट के बीच जय श्री राम का जयघोष मैदान में गूंज उठा। इस मौके पर हजारों की तादाद में जुटे लोगों का उत्साह देखते ही बन रहा था। हर कोई रावण सहित कुंभकर्ण और मेघनाद के पुतलों को आग के हवाले करने वाले दृश्य को देखने के लिए बेताब दिखा। जैसे ही श्री राम के धनुष से निकले वाण ने रावण के पुतलों को छुआ, वैसे ही तीनों पुतलों में आग लग गई।