बेंगलुरु : कर्नाटक में जारी सियासी संकट का अंत हो गया है। कर्नाटक विधानसभा में सीएम कुमारस्वामी ने विश्वासमत प्रस्ताव पेश किया, जिसके बाद विधानसभा में वोटिंग हुई और वोटिंग में कुमारस्वामी सरकार की हार हो गयी। कुमारस्वामी सरकार के पक्ष में 99 वोट पड़े, जबकि बीजेपी के पक्ष में 105 वोट पड़े। कर्नाटक में कांग्रेस-जेडीएस सरकार का अंत हो गया है।
कर्नाटक में सियासी नाटक की शुरुआत उस समय हुई, जब कांग्रेस के 13 और जेडीएस के 3 विधायकों ने अपना इस्तीफ़ा सौंप दिया। हालाँकि विधानसभा स्पीकर ने उनका इस्तीफ़ा स्वीकार नहीं किया। जिसके बाद बागी विधायकों ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल की। सुप्रीम कोर्ट ने याचिका पर सुनवाई करते हुए स्पीकर के कार्यक्षेत्र में हस्तक्षेप से इंकार कर दिया, लेकिन विधायकों को विधानसभा जाने या ना जाने की छूट दी और कहा कि विधानसभा में आने या ना आने को लेकर विधायकों पर दवाब नहीं बनाया जा सकता।
बागी विधायकों को लेकर दिए गए SC के इसी फैसले से कुमारस्वामी सरकार बैकफुट पर आ गयी। विश्वासमत पर वोटिंग के दौरान बागी विधायक उपस्थित नहीं रहे और कुमारस्वामी सरकार फ्लोर टेस्ट में फ़ैल हो गयी। फ्लोर टेस्ट में कुमारस्वामी सरकार की हार के बाद अब राज्य में बीजेपी की सरकार बनने का रास्ता साफ़ हो गया है। माना जा रहा है कि बीजेपी की तरफ से बीएस येदियरुप्पा कर्नाटक के नए मुख्यमंत्री हो सकते हैं।