नई दिल्ली : एंग्जायटी एक एसी बीमारी है, जो काफी लोगो को समझ नहीं आती। एंग्जायटी की वजह कुछ भी हो सकती है। कोई पुराना बुरा हादसा या किसी चीज़ से डर। आज कल एंग्जायटी बहुत आम हो गयी है। हाथों का कांपना, दिल का ज़ोर-ज़ोर से धड़कना, पसीना आना, ये सब एंग्जायटी के कुछ लक्षण है। ये तकलीफ किसी को समझ नहीं आती, लेकिन जिसको होती है वो बहुत साड़ी परेशानियों का सामना करता है।
ये बीमारी किसी को भी हो सकती है। आपको ,आपके परिवार में किसी को या किसी जान-पहचान वालो को। लेकिन अगर आपके किसी सम्बन्धी को ये तकलीफ हो तो उसकी मदद करे। एंग्जायटी अटैक आने पे शायद वो व्यक्ति गुस्सा करे, या फिर चीज़े तोड़े और आप को दूर जाने के लिए बोले, लेकिन ऐसी स्तिथि में आप उसके साथ रहे। अकेले छोड़ने पर वो व्यक्ति कुछ गलत भी कर सकता है।
एंग्जायटी के इलाज के लिए लोग मनोवैज्ञानिक के पास भी जाते है। दवाएं भी लेते है, पर इसका बेस्ट इलाज काउंसलिंग है। काउंसलिंग मतलब किसी इंसानकी प्रॉब्लम समझना और उसको भी समझाना। कई बार ऐसा होता है कि आपके घर वाले इस तकलीफ को न समझ पाए, फिर भी आप को हिम्मत नहीं हरनी चाहिए। इसके कुछ और इलाज है जैसे कि मेडिटेशन। अपने बॉडी को रिलैक्स करने के लिए आप किसी शांत जगह जा कर मेडिटेशन कर सकते हैं।