नई दिल्ली : भारत-चीन के बीच जारी तनाव को कम करने की कोशिश जारी है इस बीच प्रधानमंत्री मोदी और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग 17 नवंबर को ब्रिक्स की बैठक में आमने-सामने हो सकते हैं (भारत-चीन तनाव) कोरोना काल के दौरान 12वां ब्रिक्स शिखर सम्मेलन इस बार वीडियो कॉन्फेंसिंग के जरिए आयोजित किया जा रहा है जोकि 17 नवंबर को वर्चुअली आयोजित किया जाएगा।
कूटनीतिक स्तर पर चीन को सख्त संदेश
हालांकि विदेश मंत्रालय के मुताबिक ये अलग-अलग देशों का संगठन है और ऐसे समिट में दो पक्षीय बातचीत होने की उम्मीद कम है। लेकिन दोनों देशों के प्रमुख के एक कार्यक्रम में रहने से एक बड़ा संदेश जा सकता है और पीएम मोदी इशारों में मंच से चीन को भी संदेश दे सकते हैं, (भारत-चीन तनाव) पीएम मोदी अब तक कूटनीतिक स्तर पर चीन को सख्त संदेश देते रहे हैं और तमाम मंच से उसकी विस्तारवादी नीतियों पर आक्रामक प्रहार करते रहे हैं। इससे पहले दोनों देशों के तनाव के बीच रक्षा मंत्री और विदेश मंत्रियों की भी मुलाकात हो चुकी है।
सीमा पर तनाव को कम करने की कोशिश
आपको बता दें कि भारत और चीन की सीमा पर तनाव को कम करने के लिए दोनों देशों की ओर से कोशिशें की जा रही हैं, इस बीच चीन की हर चाल का मुकाबला करने के लिए भारतीय वायुसेना ने भी अपनी सतर्कता को बढ़ा दिया है. ऐसे में अगर चीन सेना को पीछे हटाने, बॉर्डर पर सैन्य ताकत ना बढ़ाने के समझौते से पीछे हटता है तो भारत ने उस हालात के लिए भी तैयारी कर रखी है।