नई दिल्ली : केंद्र की मोदी सरकार द्वारा पहले घाटी में 10 हज़ार अतिरिक्त जवानों को तैनात किये जाने का आदेश जारी किया गया था, जिसके बाद 28 हज़ार अतिरिक्त जवानों को तैनात किये जाने का आदेश जारी किया गया है, जिससे देश की राजनीति गरमा गयी है। पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ़्ती ने केंद्र सरकार के इस फैसले को लेकर मोर्चा खोल दिया है और कहा है कि सरकार का ये फैसला कश्मीरियत को खत्म करने वाला है।
महबूबा ने नेशनल कांफ्रेंस के नेता उमर अब्दुल्ला पर निशाना साधते हुए कहा कि उन्होंने कहा था कि चुनाव को लेकर मेरी पीएम मोदी से बात हुई है, लेकिन क्या बात हुई है, उन्होंने ये नहीं बताया। साथ ही उन्होंने कहा कि जिस तरह से केंद्र सरकार द्वारा कश्मीरियत को खत्म करने का प्रयास किया जा रहा है, उसके खिलाफ सभी विपक्षी पार्टियों को एक साथ आवाज उठाने की जरुरत है।
महबूबा ने आशंका व्यक्त की, कि जम्मू-कश्मीर से धारा 35 ए को खत्म करने की तैयारी की जा रही है और इसी कारण से राज्य पुलिस को साइडलाइन कर सेना के हाथों में कमान सौंपी जा रही है। उन्होंने कहा कि धारा 35ए कश्मीरियत से जुड़ा हुआ है और इसे किसी भी हाल में खत्म नहीं किया जा सकता। इससे पहले भी महबूबा मुफ़्ती धारा 35 ए को लेकर मोदी सरकार पर खुलकर हमला बोलती आई है।