भारतीय टीम के पूर्व कप्तान और कैप्टन कूल के नाम से मशहूर महेंद्र सिंह धोनी को लेकर भले ही वर्ल्ड कप में काफी सवाल खड़े किए गए हो, लेकिन सैन्य सेवा करने के फैसले से एक बार फिर धोनी ने आलोचकों का मुंह बंद कर दिया है।
बता दें कि बतौर लेफ्टिनेंट कर्नल (मानद) महेंद्र सिंह धोनी की सैन्य ड्यूटी आज यानी बुधवार से शुरू हो गई है। धोनी 15 दिनों तक कश्मीर में एंटी टेररिस्ट यूनिट में तैनात होंगे। खास बात ये है कि धोनी स्वतंत्रता दिवस भी वहीं मनाएंगे।
धोनी 106 टेरिटोरियल आर्मी बटालियन पैरा कमांडो यूनिट में तैनात हैं। धोनी की कश्मीर घाटी के अवंतीपोरा में पोस्टिंग होगी जहां वो भारी सामान लेकर पेट्रोलिंग करेंगे। धोनी की कश्मीर में पोस्टिंग को लेकर उनकी सुरक्षा पर उठे सवाल के बीच सेनाध्यक्ष बिपिन सिंह रावत ने प्रतिक्रिया दी है।
बिपिन रावत ने कहा कि जब भारत का कोई नागरिक फौज की वर्दी पहनता है तो उसे वह जिम्मेदारी पूरी करने के लिए भी तैयार रहना पड़ता है जिसके लिए उसे वर्दी दी गई है।
सेनाध्यक्ष ने आगे कहा, ‘मुझे नहीं लगता कि हमें उनको सुरक्षा देनी होगी, बल्कि वे नागरिकों और अपने मोर्चे की सुरक्षा करेंगे।’ आपको बता दें कि सैन्य ट्रेनिंग में शामिल होने के लिए उन्होंने सेनाध्यक्ष विपिन रावत से अनुमति भी ली थी।
2011 में मानद लेफ्टिनेंट कर्नल का पद पाने वाले धोनी 2015 में पैराट्रूपर होने की पात्रता हासिल कर चुके हैं। सूत्रों के मुताबिक, धोनी को शुरू के 3 दिन बुनियादी ट्रेनिंग दी जाएगी, जिसमे फौज के बारे में बताया जाएगा और फायरिंग सिखाई जाएगी। धोनी ने पहले ही बता दिया था कि वह वेस्ट इंडीज दौरे पर टीम के साथ नहीं जाएंगे।