नई दिल्ली : देश की राजधानी दिल्ली में निज़ामुद्दीन दरगाह के पास तबलीगी जमात एक इस्लामिक केंद्र है,यहां बड़ी संख्या में श्रद्धालु मजहबी कायर्क्रम के लिए एकत्रित होते है। इस दौरान वहाँ उपस्थित लोगों मे से 1400 लोगों को कोरोना टेस्ट के लिए ले जाया गया।
Nizamuddin – मरकज 300 विदेशी लोग भी शामिल
जानकारी के मुताबिक इसमें 300 विदेशी लोग भी शामिल है सभी को दिल्ली के अलग अलग अस्पतालों में भर्ती कराया गया है, इन्हें अपनी निगरानी में रखकर इनके स्वास्थ की जांच करवाई जा रही है। इससे पहले यहाँ से 200 लोगों को निकाला जा चुका है, (Nizamuddin) वही आपको बता दें कि इन्होंने सरकार के दिए गए आदेशों का उल्लंघन किया साथ ही कोरोना को दावत भी दी है।
85 लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया गया
बता दें कि इनमें से 85 लोगों को एलएनजेपी अस्पताल में भर्ती कराया गया है, मरकज में कोरोना संदिग्ध मामले की जानकारी दिल्ली पुलिस को काफी पहले ही मिल चुकी थी, वही रविवार को 35 लोगों को अस्तपताल लाया गया था, इनमें से एक व्यक्ति कोरोना संक्रमित था जिसकी ईलाज के दौरान मौत हो गई थी वह तमिलनाडु का रहने वाला था, इस मामले में पुलिस मरकज को दो बार नोटिस दे चुका है। पुलिस ने पहले ही मरकज के लोगों को चेतवानी दी थी की जरूरत पड़ने पर एफआईआर दर्ज भी की जा सकती है।
बड़ा सवाल ये खड़ा होता है कि भारत सरकार के लॉकडाउन के बाद भी यहाँ मजहबी का जमावड़ा कैसे हो रहा था ?
रविवार को एक शख्स की मौत के बाद पुलिस एक्शन में आई. दरअसल, निजामुद्दीन दरगाह पर बांग्लादेश, श्रीलंका, अफगानिस्तान, मलेशिया, सऊदी अरब, इंग्लैंड और चीन के करीब 100 विदेशी नागरिक शामिल थे इन सभी लोगों को अब अस्पताल में भर्ती करा दिया गया है, सभी लोग तब्लीगी जमात के मरकज की बिल्डिंग में ठहरे हुए थे, रविवार को तमिलनाडु के एक 64 साल के शख्स की मौत हो गई थी, जिसके बाद पुलिस कड़े एक्शन में आ गई है।