नई दिल्ली : पीएम मोदी आज यूपी के जनपद मथुरा पहुंचे, जहाँ उन्होंने वेटरनेरी विश्वविद्यालय में पशु आरोग्य मेले का उद्घाटन किया। पीएम मोदी ने मेले का निरीक्षण किया। इसके बाद पशु पालन और इससे जुड़े अन्य विभागों की परियोजनाओं को देखा। इस दौरान पीएम मोदी के साथ सीएम योगी भी मौजूद रहे। इस दौरान गायों के पेट से पॉलीथिन निकालने का लाइव ऑपरेशन देखकर पीएम मोदी भावुक हो गए। पीएम मोदी ने कूड़ा बीनने वाली महिलाओं से जाना कि कैसे कूड़े से प्लास्टिक को अलग किया जाता है।
राधे-राधे से पीएम मोदी ने की अपनी संबोधन की शुरुआत
इसके बाद पीएम मोदी ने एक हजार 59 करोड़ रुपये की कई योजनाओं का मंच से शिलान्यास किया। उन्होंने देश में पशुओं के लिए विभिन्न योजनाओं का शुभारंभ किया। इसके बाद पीएम मोदी ने राधे-राधे से अपनी संबोधन की शुरुआत की। पीएम मोदी ने कहा दुबारा जनादेश मिलने के बाद पहली बार कान्हा की धरती पर आने का सौभाग्य प्राप्त हुआ है। लोगों ने जो विश्वास जताया है, उसके लिए मैं जनता का आभारी हूँ। उन्होंने कहा कि पूरे उत्तर प्रदेश का भरपूर आशीर्वाद मुझे और तमाम साथियों को मिला।
“घरों, दफ्तर, कार्यक्षेत्रों को सिंगल यूज प्लास्टिक से मुक्त करें”
पीएम मोदी ने कहा कि प्लास्टिक से होने वाली समस्या समय के साथ गंभीर होती जा रही हैं। प्लास्टिक पशुओं की मौत का कारण बन रही हैं। नदियां, झीलों और तलाबों में रहने वाले जीवों का प्लास्टिक निगलने के बाद जिंदा बचना मुश्किल हो रहा है। सिंगल यूज प्लास्टिक से छुटकारा पाना ही होगा। हमें ये कोशिश करनी है कि इस वर्ष दो अक्टूबर तक अपने घरों, दफ्तर, कार्यक्षेत्रों को सिंगल यूज प्लास्टिक से मुक्त करें।
“गाय और ओम का नाम सुनकर कुछ लोगों के बाल खड़े हो जाते हैं”
पीएम मोदी ने कहा कि आज गाय का नाम सुनकर लोगों के बाल खड़े हो जाते हैं। ओम नाम सुनकर लोगों के बाल खड़े हो जाते हैं। जल जीवन मिशन के बारे में पीएम मोदी ने कहा कि जल संरक्षण पर बल दिया जा रहा है। इसका लाभ गांव में रहने वाले किसानों को मिलेगा। पानी पर खर्च कम होने का मतलब है कि उनकी बचत बढ़ेगी। किसानों की आय बढ़ाने में अन्य व्यवस्याओं का भी बहुत महत्व है।
“कचरे से कंचन की सोच ही हमारे पर्यावरण की रक्षा करेगी”
उन्होंने कहा कि कचरे से कंचन की सोच ही हमारे पर्यावरण की रक्षा करेगी। आस पास के वातावरण को स्वच्छ बनाएगी। अपनी आदतों में भी हमें परिवर्तन करने होंगे। कहा कि हमें यह तय करना है कि जब भी दुकान, बाजार में खरीदने के लिए जाएं तो साथ में अपना थैला, बैग अवश्य ले जाएं। पैकिंग के लिए दुकानदार प्लॉस्टिक का उपयोग कम से कम करें ये भी करना होगा। सरकारी कार्यक्रमों में भी प्लॉस्टिक की बोतलों के बजाए मिट्टी के बर्तनों या मेटल की व्यव्स्था हो।