नई दिल्ली : आंध्र-प्रदेश के गुंटूर जिले के अतमाकुर गांव जाने की कोशिश कर रहे पूर्व मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू और उनके बेटे को नजरबंद कर दिया गया, जिसके बाद आंध्र-प्रदेश की राजनीति में घमासान मचा हुआ है। आरोप है कि राज्य में YSR कांग्रेस की सरकार के गठन के बाद बड़ी संख्या में टीडीपी कार्यकर्ताओं पर YSR कांग्रेस कार्यकर्ताओं द्वारा हमला किया गया, जिससे मिलने चंद्रबाबू नायडू गुंटूर जिले के अतमाकुर गांव जाने की कोशिश कर रहे थे, लेकिन इससे पहले ही उन्हें व उनके बेटे को नज़रबंद कर दिया गया है। YSR कांग्रेस का कहना है कि टीडीपी कार्यकर्ताओं द्वारा उनके कार्यकर्ताओं पर हमला किया गया है।
चंद्रबाबू नायडू और उनके बेटे को नजरबंद किये जाने के बाद आन्ध्र में कई जगहों पर टीडीपी कार्यकर्त्ता जगह-जगह प्रदर्शन कर रहे हैं। दोनों दलों के बीच किसी भी तरह के संभावित हिंसा को रोकने के लिए जगह-जगह पर पुलिस बल को तैनात किया गया है। वहीं नज़रबंद किये जाने के बाद चंद्रबाबू नायडू ने भूख हड़ताल का ऐलान कर दिया है।
पुलिस ने अतामाकुर गांव और उसके आसपास के क्षेत्रों में सीआरपीसी की धारा 144 के तहत निषेधाज्ञा को लागू कर दिया है। गृह मंत्री एम सुचरिता और डीजीपी गौतम सवांग ने टीडीपी नेताओं से अपील की कि वे शहर में कानून व्यवस्था बनाए रखने के आधार पर अतामाकुर का दौरा न करें। पुलिस ने टीडीपी के कई नेता और कार्यकर्ताओं को हाउस अरेस्ट भी किया है।