नई दिल्ली : मोदी सरकार में मंत्री संतोष गंगवार द्वारा उत्तर-भारतीयों को अयोग्य कहे जाने वाले बयान को लेकर राजनीति गरमा गई है। संतोष गंगवार के बयान पर कांग्रेस महासचिव प्रियंका गाँधी और बसपा प्रमुख मायावती ने नाराज़गी जाहिर करते हुए उनसे माफ़ी मांगने को कहा है। विपक्षी पार्टियों के साथ-साथ आम लोग भी संतोष गंगवार के बयान को लेकर सोशल मीडिया पर नाराज़गी जाहिर कर रहे हैं।
दरअसल पूरा मामला बरेली का है, जहाँ मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल के 100 दिन पुरे होने पर आयोजित प्रेस वार्ता में केंद्रीय मंत्री संतोष गंगवार मोदी सरकार की उपलब्धियों का बखान कर रहे थे। इस दौरान उनसे जब आर्थिक मंदी और बेरोज़गारी को लेकर सवाल किये गए, तो उन्होंने सरकार का बचाव करते हुए कहा कि देश में नौकरियों की कमी नहीं है, उत्तर भारत के लोगों में योग्यता की कमी है। यहां नौकरी के लिए रिक्रूट करने आने वाले अधिकारी बताते हैं कि उन्हें जिस पद के लिए लोग चाहिए, उनमें वह योग्यता नहीं मिलती है।
संतोष गंगवार ने इस बयान से मोदी सरकार का आर्थिक मंदी और बेरोज़गारी के मुद्दे पर बचाव करने की कोशिश की, लेकिन उनके इस बयान को लेकर आम लोगों के साथ-साथ विपक्षी पार्टियों ने भी मोर्चा खोला दिया। गंगवार के इस बयान पर कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने ट्वीट कर लिखा कि मंत्री जी, पिछले पांच वार्षों से ज्यादा समय से आपकी सरकार है। इसके बावजूद देश में नौकरियां पैदा नहीं हुईं। जो नौकरियां थीं वो सरकार द्वारा लाई आर्थिक मंदी के चलते छिन रही हैं। नौजवान रास्ता देख रहे हैं कि सरकार कुछ अच्छा करे। आप उत्तर भारतीयों का अपमान करके बच निकलना चाहते हैं, ये नहीं चलेगा।
वहीँ बसपा प्रमुख मायावती ने भी संतोष गंगवार के बायां पर नाराज़गी जाहिर की और कहा कि इस बायां के लिए उन्हें देश से माफ़ी मांगनी चाहिए। मायावती ने ट्वीट कर लिखा कि देश में छाई आर्थिक मंदी आदि की गंभीर समस्या के सम्बंध में केन्द्रीय मंत्रियों के अलग-अलग हास्यास्पद बयानों के बाद अब देश व खासकर उत्तर भारतीयों की बेरोजगारी दूर करने के बजाए यह कहना कि रोजगार की कमी नहीं बल्कि योग्यता की कमी है, अति-शर्मनाक है जिसके लिए देश से माफी मांगनी चाहिए।
देश में छाई आर्थिक मंदी आदि की गंभीर समस्या के सम्बंध में केन्द्रीय मंत्रियों के अलग-अलग हास्यास्पद बयानों के बाद अब देश व खासकर उत्तर भारतीयों की बेरोजगारी दूर करने के बजाए यह कहना कि रोजगार की कमी नहीं बल्कि योग्यता की कमी है, अति-शर्मनाक है जिसके लिए देश से माफी मांगनी चाहिए।
— Mayawati (@Mayawati) September 15, 2019