नई दिल्ली : योगी सरकार ने राजस्थान के कोटा में फंसे बच्चों को निकालने का अहम फैसला लिया है (Rajasthan kota News)फंसे बच्चों को निकालने के लिए 300 बसें भेजी गई है। कोटा में यूपी बिहार समेत कई प्रदेशों के हजारों बच्चे फंसे हुए हैं
#Send Us back home अभियान की शुरआत
इन बच्चों ने ट्विटर पर #SendUsBackHome अभियान की शुरुआत की थी, छात्रों की समस्या को देखते हुए लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला पिछले 2 दिनों से केंद्र की एजेंसियों से बात करने की कोशिश कर रहे थे, मगर उन्हें भी निराशा हाथ लग रही थी, अब केंद्रीय एजेंसियों के कहने पर कोटा से बच्चों को निकालने की प्रक्रिया शुरू हुई है।
जानकारी के मुताबिक जम्मू कश्मीर प्रशासन कोटा में फंसे अपने राज्य के बच्चों को वापस बुलाना चाहती है मगर उन्हें परमिशन नहीं मिल पा रही है, जबकि बिहार सरकार ने कोटा से आने वाले बच्चों को लेने से मना कर दिया है, उत्तर प्रदेश सरकार की पहल के बाद जम्मू-कश्मीर प्रशासन की ओर से भी बच्चों को लाने की प्रक्रिया शुरू की जा सकती है।
राजस्थान के कोटा में उत्तर प्रदेश-बिहार-झारखंड समेत देश के दूसरे राज्यों के हजारों छात्र मेडिकल और इंजीनियरिंग विषयों की कोचिंग लेने के लिए आते हैं, सभी छात्र 25 मार्च लॉक डाउन के दौरान से फंसे हुए हैं, चिंता की बात ये है कि इस शहर में तेजी से कोरोना का संक्रमण भी बढ़ रहा है, कोटा की बात करें तो यहां पर अभी 64 कोरोना संक्रमण के मामले सामने आए हैं।
कोरोना के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए छात्र और उनके परिवार वाले काफी चिंतित हो चुके हैं छात्रों ने ट्विटर पर #SendUsBackHome अभियान चलाया,साथ ही मंगलवार को सैकड़ों की संख्या में कोचिंग स्टूडेंट्स कई किलोमीटर पैदल चलकर कलेक्ट्रेट पहुंचे, यहां पर उन्हें वापस जाने की अनुमति नहीं मिली, जिसके बाद यहां से छात्र निराश ही वापस लौट आए थे।