नई दिल्ली: सोनभद्र हत्याकांड मामले में कांग्रेस महासचिव शुक्रवार को पीड़ित परिवारों से मिलने के लिए पहुंची थीं, लेकिन मिर्जापुर में उनके काफिले को रोक दिया गया। इसके बाद प्रियंका भी पीड़ित परिवारों से मिलने की जिद पर अड़ गईं और वह रात को मिर्जापुर में ही रुकीं।
बता दें कि न केवल प्रियंका को पीड़ित परिवारों से मिलने के लिए रोका गया बल्कि उन्हें गिरफ्तार भी कर लिया गया। इस पर प्रियंका गांधी ने ट्वीट कर लिखा, ‘मैंने न कोई कानून तोड़ा है न कोई अपराध किया है। बल्कि सुबह से मैंने स्पष्ट किया था कि प्रशासन चाहे तो मैं अकेली उनके साथ पीड़ित परिवारों से मिलने आदिवासियों के गांव जाने को तैयार हूं, या प्रशासन जिस तरीके से भी मुझे उनसे मिलाना चाहता है मैं तैयार हूं, लेकिन उत्तर प्रदेश प्रशासन द्वारा मुझे पिछले 9 घंटे से गिरफ्तार करके चुनार किले में रखा हुआ है।’
मगर इसके बावजूद उप्र सरकार ने यह तमाशा किया हुआ है।
जनता सब देख रही है।
मैं इस संदर्भ में जमानत को अनैतिक मानती हूँ और इसे देने को तैयार नहीं हूँ। मेरी साफ माँग है कि मुझे पीड़ित आदिवासियों से मिलने दिया जाय। सरकार को जो उचित लगे वह करे।
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) July 19, 2019
10 लोगों की हुई थी मौत
बता दें कि बुधवार को सोनभद्र के घोरावल थाना क्षेत्र के मूर्तिया गांव में जमीन के लिए हुए खूनी संघर्ष में 10 लोगों की जान चली गई थीं। बताया जा रहा है कि बुधवार दोपहर को 15 से 20 ट्रैक्टर में ग्राम प्रधान यज्ञ दत्त के लोग भरकर आए और उन्होंने गांव वालों पर हमला कर दिया। इसके बाद ताबड़ताड़ फायरिंग से गांववालों को हमला कर दिया। इस खूनी संघर्ष में 10 लोगों की जान चली गई, जबकि कई घायल हैं।