नई दिल्ली : सुशांत सिंह राजपूत हिन्दी फिल्मों के अभिनेता होने के साथ एक छोटे पर्दे पर टीवी कलाकार भी रहे है उनहोंने अपने जीवन की शुरुआत एक छोटे से पर्दे से की वह एक टीवी सीरीयल ‘पवित्र रिश्ता’ में काम कर चुके है राजपूत को इस सीरीयल की बदौलत काफी लोकप्रियता मिली।
सुशांत सिंह राजपूत का जन्म बिहार की राजधानी पटना में हुआ है। उनके पिता एक सरकारी अफसर भी है उनका परिवार सन्न 2000 के शुरूआती समय में दिल्ली में आया और सुशांत की 4 बहनें भी हैं जिसमें से एक मीतू सिंह राज्य स्तर की क्रिकेट खिलाड़ी हैं।
सुशान्त ने अपने जीवन में स्कूली शिक्षा सेंट कैरेंस से प्राप्त की और आगे की पढ़ाई दिल्ली के कुलाची हंसराज माॅडल स्कूल से की इसके बाद दिल्ली काॅलेज आॅफ इंजीनियरिंग से उन्होंने मैकेनिल इंजीनियरिंग की पढ़ाई पूरी की।
अपने करियर की शुरूआत
जीवन में करियर की शुरूआत एक डांसर के रूप में की और उन्होंने इस दौरान उन्हें कई फिल्मफेयर अवार्डस भी मिले वहीं पर उनको सबसे पहले बालाजी टेलीफिल्मस की कास्टिंग टीम ने नोटिस किया जिसके बाद उनके करियर की शुरूआत हुई ‘ जिंदगी में उन्होंने अपने जिंदगी का पहला कदम किस देश में है मेरा दिल’ नामक सीरियल से की जिसमें उन्होंने प्रीत जुनेजा का किरदार निभाया था लेकिन जी.टी.वी. का शो ‘पवित्र रिश्ता’ उनके करियर के लिए मील का पत्थर साबित हुआ। इसके बाद वे डांस रियलिटी शो ‘जरा नच के दिखा 2 और झलक दिखला जा 4 में भी दिखाई दिए और इसके बाद सुशांत ने फिल्मों का रूख कर लिया और ‘काय पो चे’ फिल्म से अपना फिल्मी सफर शुरू किया।
प्रसिद्ध फिल्में-
काय पो चे
शुद्ध देसी रोमांस
पीके और केदारनाथ
छिछोरे
बॉलीवुड जगत से एक चौंकाने वाली खबर सामने आई है। बता दे कि बॉलिवुड एक्टर सुशांत सिंह राजपूत ने खुदकुशी कर ली है। सुशांत सिंह राजपूत ने अपने बांद्रा स्थित घर में फांसी लगाकर अपनी जान दी। जहां जानकारी मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची। खबरों के अनुसार सुशांत के नौकर ने पुलिस को फोन करके इसकी जानकारी दी। इस खबर के बाद न केवल बॉलिवुड इंडस्ट्री को झटका लगा है बल्कि पूरा देश सदमे में हैं।
उनकी अभिनय क्षमता, प्रतिभा और कौशल के लोग क़ायल था। उनका यूँ चले जाना पीड़ादायक है और यह फ़िल्मजगत के लिए एक बड़ा नुक़सान है।ईश्वर उनके परिवार एवं प्रशंसकों को यह दुःख सहने की शक्ति दे।
जानकारी के मुताबिक सुशांत सिंह राजपूत कल अपने कुछ दोस्त के साथ घर पर मौजूद थे दोस्तों से अलग होने के बाद वह रात को अपने कमरे में सोने के लिए गए और सुबह जब उठाने के लिए गए तो उन्होंने दरवाजा नहीं खोला जिसके बाद दरवाजे को तोड़ा गया और वह फांसी के फंदे पर लटके हुए मिले बता दें, सुशांत सिंह राजपूत महज 34 वर्ष के थे।