नई दिल्ली: चीन हमेशा से ही कहता आया है कि अगले दलाई लामा की नियुक्ति वह खुद करेगा। इसमें भारत के दखल को शामिल नहीं किया जाएगा। वहीं, तिब्बती धर्मगुरु दलाई लामा ने अपने उत्तराधिकारी के चयन को लेकर चीन को नसीहद दी। उन्होंने कहा कि मेरे उत्तराधिकारी का फैसला चीन नहीं कर सकता है बल्कि तिब्बत की जनता करेगी।
तिब्बती धर्मगुरु दलाई लामा ने कहा कि मेरे उत्तराधिकारी का फैसला चीन नहीं कर सकता, क्योंकि यह उसके क्षेत्राधिकार में नहीं आता है। इसका फैसला तिब्बत की जनता करेगी। दलाई लामा ने कहा कि उनके उत्तराधिकारी को चुनने की प्रक्रिया वर्ष 2025 में तब शुरू होगी जब वह 90 वर्ष के हो जाएंगे। इस समय उनकी उम्र 84 साल है।
बता दें कि तिब्बतियों के आध्यात्मिक नेता दलाई लामा को आध्यात्मिक प्रक्रिया से चुना जाता है। वहीं, चीन का कहना है कि वह अगले दलाई लामा को नियुक्त में कोई आध्यात्मिक प्रक्रिया शामिल नहीं करना चाहता।
जाहिर है कि दलाई लामा के उत्तराधिकारी की नियुक्ती को लेकर भारत और चीन में तनातनी रहती है। जहां भारत इस मामले में दखल देना चाहता है, वहीं, चीन को ये दखलअंदाजी पसंद नहीं है। वह पहले ही कह चुका है कि भारत की दखलअंदाजी मंजूर नहीं की जा सकती है।