नई दिल्ली : भारतीय अंतरिक्ष के इतिहास में आज एक और नया अध्याय जुड़ने जा रहा है, जिसका हर भारतवासियों को बेसब्री से इंतज़ार है। भारत का चंद्रयान-2 आज चांद की सतह पर उतरेगा। इस एतिहासिक पल का गवाह बनने के लिए पीएम मोदी भी आज ISRO सेंटर में मौजूद रहेंगे। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) ने इसके लिए कड़ी मेहनत की है, जिसको लेकर हर देशवासी इसकी सफलता की कामना कर रहा है।
बता दें कि UPA सरकार के पहले कार्यकाल में 2008 में ही तत्कालीन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह द्वारा चंद्रयान-2 मिशन को मंजूरी दी गयी थी, जिसके 11 साल बाद अब मिशन की सफलता का सपना साकार होने जा रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी आज रात बेंगलुरु में इसरो सेंटर में मौजूद रहेंगे और इस ऐतिहासिक पल के साक्षी बनेंगे। चंद्रयान-2 का विक्रम देर रात 01.30 से लैंड करना शुरू करेगा, ये प्रक्रिया सात सितंबर सुबह 5 बजे तक जारी रहेगी।
चंद्रयान-2 की खासियतें
- पहला अंतरिक्ष मिशन जो चंद्रमा के दक्षिण ध्रुवीय क्षेत्र पर सफलतापूर्वक लैंडिंग का संचालन करेगा
- पहला भारतीय अभियान, जो स्वदेशी तकनीक से चंद्रमा की सतह पर उतारा जाएगा
- पहला भारतीय अभियान जो देश में विकसित प्रौद्योगिकी के साथ चांद की सतह के बारे में जानकारियां जुटाएगा
- चंद्रमा की सतह पर रॉकेट उतारने वाला चौथा देश (रूस, अमेरिका, चीन और भारत)