आज तीन तलाक बिल बहस के लिए राज्यसभा में पेश किया सकता है। इससे पहले सोमवार को विपक्ष के हंगामे के कारण इस पर चर्चा नहीं हो सकी क्योंकि विपक्ष लगातार इस बिल को प्रवर समिति को भेजने की मांग कर रहा है। इस पर विपक्षी दलों का कहना है कि ये बिल एक बहुत बड़ी आवादी में अच्छा या बुरा प्रभाव डाल सकता है इसलिए इसे प्रवर समिति को भेजना जरूरी है।
राज्यसभा में अगर वोटों के गणित की बात की जाये तो बीजेपी के 73 के साथ पूरे राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन के पास 86 सीटें हैं जबकि अगर विपक्ष की बात करें तो कांग्रेस के पास 50 समाजवादी पार्टी के पास 13 टीएमसी के पास 13 और सीपीएम के पास 5 के आलावा पूरे विपक्ष के पास 97 सीटें हैं जबकि राज्यसभा में जो दल किसी तरफ नहीं हैं टीआरएस के पास 6 और बीजेड़ी के पास 9 और एआईएडीएमके के पास 13 सांसद हैं इन सारी स्थितियों पर सवाल अब सरकार के पास यही है कि लोकसभा से वॉकआउट करने के बाद राज्यसभा में एआईएडीएमके का क्या रूख रहता है!