WHO का बड़ा बयान -‘कभी ख़त्म नहीं होगा कोरोना वायरस’ , पढ़िए पूरी ख़बर
कोरोना का का किलर रूप और भयावह होता जा रहा है। अब इससे बचाव के लिए कोई भी देश वैक्सीन या कोई दवा नहीं बना पाया है। वहीं अब तक कई लाख लोगों ने इस बीमारी से अपनी जान गवां चुके हैं। विश्व की अर्थव्यवस्था ध्वस्त होती जा रही है।वहीं गिरती अर्थव्यवस्था को देखते हुए न छह कर भी सभी देश अब लॉकडाउन खोलने पर विचार कर रही है।
इन सबके बीच कोरोना से जुडी एक और बुरी खबर है कि बीच विश्व स्वास्थ्य संगठन ( WHO) के एक शीर्ष स्वास्थ्य अधिकारी ने दुनिया को आगाह करते हुए कहा है कि COVID-19 दुनिया से कभी ख़त्म नहीं होगा।
कोरोना वायरस ‘कभी दूर नहीं जा सकता’
के एक शीर्ष अधिकारी ने चेतावनी देते हुए कहा है कि “कोरोना वायरस हमारे साथ ही रह सकता है। एक प्रेस ब्रीफिंग के दौरान who के डॉक्टर माइकल रेयान ने बताया कि “हो सकता है कि यह वायरस कभी दूर ना जाये। वैक्सीन के बिना पर्याप्त मात्रा में इम्यूनिटी बढ़ाने में लोगों को कई साल लग सकते हैं।”
डॉक्टर माइकल ने कहा, ‘मुझे लगता है कि लोगों के सामने यह बात लाना जरूरी है। हो सकता है कि यह वायरस हमारे बीच एक और स्थानीय वायरस बन कर रह जाए, ठीक वैसे ही जैसे कि एचआईवी जैसे अन्य रोग जो कभी खत्म नहीं हो सके लेकिन इनके प्रभावी उपचार उपलब्ध हैं। ‘
विश्व अर्थव्यवस्था में ह्राष
इस बीच, संयुक्त राष्ट्र ने पूर्वानुमान लगाया है कि “कोरोना वायरस महामारी विश्व अर्थव्यवस्था को इस वर्ष 3.2 फीसदी तक घटा सकती है, जो 1930 के दशक की मंदी के बाद सबसे खराब आर्थिक गिरावट होगी. संयुक्त राष्ट्र की मध्यवर्षीय रिपोर्ट बुधवार को जारी की गई, जिसमें कहा गया है कि COVID-19 की वजह से वैश्विक आर्थिक उत्पादन में लगभग 8.5 ट्रिलियन डॉलर की कमी आने की उम्मीद है।
संयुक्त राष्ट्र की रिपोर्ट के अनुसार 2030 तक करीब 13 करोड़ लोग अत्यधिक गरीब श्रेणी में शामिल हो सकते हैं, जो गरीबी और भूख को मिटाने के वैश्विक प्रयासों के लिए एक बड़ा झटका साबित हो सकता है। इसके अलावा 2020 में करीब 3 करोड़ 40 लाख लोगों के गरीबी रेखा से नीचे जाने की संभावना है. इनमें से 56 फीसदी लोग सिर्फ अफ्रीका के हो सकते हैं।