Un: आतंकवादी संगठन लश्कर-ए-तैयबा (LeT) के संस्थापक सदस्य और आतंकी हाफिज सईद के करीबी हाफिज अब्दुल सलाम भुट्टावी की पाकिस्तान की मौत हो चुकी है। बता दें कि इस बात की पुष्टि करीब 7 महीने बाद हुई है। तो वहीं एक रिपोर्ट के मुताबिक, हाफिज अब्दुल सलाम भुट्टावी हाफिज सईद का डिप्टी था और मुंबई हमलों में शामिल गुर्गों को तैयार करने में उसने अहम भूमिका निभाई थी। दरअसल, भुट्टावी को संयुक्त राष्ट्र ने आतंकी घोषित किया था और मुंबई हमले में आतंकियों को ट्रेनिंग देने का भी आरोप उस पर था।
भारत का मोस्ट वांटेड
दरअसल, भुट्टावी ने साल 2008 में मुंबई हमले में आतंकियों को ट्रेनिंग दी थी। बता दें कि यह काफी खतरनाक आंतकवादी था। इतना ही नहीं वह भारत का भी मोस्ट वांटेड था। यहां तक कि अमेरिकी वित्त मंत्रालय ने साल 2011 में इस पर बैन भी लगाया था। इसके बाद इसे साल 2012 में संयुक्त राष्ट्र ने आतंकी घोषित किया था।
क्या हैं इसके कांड, क्या हुआ था उस साल?
बता दें कि, 26 नवंबर साल 2008 की शाम की बात है। जब पाकिस्तान के 10 आतंकी भारत में घुस आए थे। इतना ही नहीं, आतंकियों ने अलग-अलग जगह जाकर गोलियां भी बरसाई थीं। दरअसल, आतंकियों ने भारत की सबसे महत्वपूर्ण जगहें रेलवे स्टेशन, ताज होटल, ओबेरॉय होटल और चबाड हाउस जैसी जगहों को निशाना बनाया था। 26 नवंबर की रात 9 बजकर 43 मिनट पर शुरू हुआ आतंक का तांडव 29 नवंबर की सुबह 7 बजे से सिलसिला खत्म हुआ था। साल 2008 मुंबई हमले में 166 लोगों की मौत हुई थी। कई आतंकियों को एनकाउंटर में मार गिराया गया था। एकमात्र आतंकी अजमल कसाब को जिंदा पकड़ा गया था, जिसे 21 नवंबर 2012 को फांसी दे दी गई।