नई दिल्ली : वैश्विक महामारी कोरोना (Global Pandemic) ने विश्व पटल पर अपनी विनाशकारी निशानदेही की है, जिससे हर देश प्रभावित हुआ है. गुरुवार को बांग्लादेश ने भारत से कोरोना की कोविशल्ड वैक्सीन की तीन करोड़ (30 Million) डोज की खरीद को मंजूरी दे दी.

यह वैक्सीन यूरोपीय दवा कंपनी एस्ट्राजेनेका और ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी द्वारा विकसित किया गया है. डीजीडीए के उप निदेशक एमडी सलाउद्दीन ने कहा ने कहा कि बेमेस्को फार्मा अब भारत से कोरोना वैक्सीन का आयात और वितरण कर सकती है. कंपनी आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए सरकार द्वारा अनुमोदित निजी अस्पतालों को वैक्सीन की आपूर्ति कर सकती है.
बेमेस्को फार्मा 30 मिलियन खुराक की आपूर्ति करेगा-
भारत ने भी बांग्लादेश से अपने पुराने और बेहतर रिश्तों को रेखांकित करते हुए कदम आगे बढ़ाए हैं, जिसके तहत दोनों देश मिलकर कोरोना से जंग लड़ेंगे. सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया से नवंबर में, बांग्लादेश के साथ एक समझौते पर हस्ताक्षर किए था. इस समझौते के अनुसार बेमेस्को फार्मा को सीरम वैक्सीन के 30 मिलियन खुराक की आपूर्ति करेगा. इसके अतिरिक्त, डीजीडीए ने बुधवार को ग्लोब बायोटेक लिमिटेड को कोरोना वैक्सीन बोंगावैक्स के तीसरे चरण की ट्रायल के लिए मंजूरी दे दी.

वैक्सीन के आपातकालीन उपयोग पर (NoC) जारी किया-
दरअसल बांग्लादेश की तरह कई देश भारत से कोरोना वैक्सीन लेने की उम्मीद में हैं. कई देशों ने भारत सरकार से इसके लिए संपर्क करना भी शुरू कर दिया है. भारत में वैक्सीन लगाने की शुरुआत जल्द होने वाली है, इसके बाद इसके निर्यात को मंजूरी मिल सकती है. इससे पहले सोमवार को, बांग्लादेश सरकार ने ऑक्सफोर्ड-एस्ट्राजेनेका की कोरोना वैक्सीन के आपातकालीन उपयोग पर (NoC) जारी किया था. ब्रिटेन द्वारा बुधवार को वैक्सीन को अधिकृत करने के बाद, भारत के ड्रग रेगुलेटर ने शुक्रवार को आपातकालीन उपयोग के लिए वैक्सीन को मंजूरी दी.