नई दिल्ली: 90 के दशक की जानी माने अभिनेत्री जूही चावला ने देश में 5G टेक्नॉलजी के लागू किए जाने के खिलाफ दिल्ली हाई कोर्ट का रुख किया है। दरअसल, जूही चावला पिछले कई सालों से देश में 5G तकनीक को लागू किए जाने के खिलाफ लड़ाई लड़ रही हैं। साथ ही जूही मोबाइल टावरों से निकलने वाले हानिकारक रेडिएशन के प्रति लोगों को जागरूक भी करती रही हैं।
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5G तकनीक के खिलाफ याचिका
बता दें की जूही चावला ने इस संबंध में दिल्ली हाई कोर्ट में याचिका दायर की है। जूही चावला की मानें तो उन्होंने जनहित और पर्यावरण के हितों को देखते हुए याचिका दायर की है। इस बाबत जूही चावला के प्रतिनिधि प्रवक्ता का कहना है कि देश में 5G तकनीक को लागू किये जाने से पहले RF रेडिएशन से मानव जाति, जानवरों, जीव-जंतुओं, वनस्पतियों और पर्यावरण पर पड़ने वाले प्रभावों को लेकर बारीकी से पढ़ा जाए। यह स्पष्ट किया जाए कि 5G टेक्नॉनजी भारत की मौजूदा और आनेवाली पीढ़ी के लिए सुरक्षित या नहीं।
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रेडिएशन के बारे में रिसर्च
जूही चावला ने बयान में कहा है की यह तकनीकी अडवांसमेंट को लागू किए जाने के खिलाफ कतई नहीं हैं, लेकिन वायरलेस गैजेट्स और मोबाइल टावरों से निकलने वाले RF रेडिएशन के बारे में रिसर्च और अध्ययन करने के बाद हमारे पास यह मानने के लिए पर्याप्त कारण हैं कि रेडिएशन लोगों के स्वास्थ्य और सुरक्षा के लिए बेहद खतरनाक है।
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इससे पहले भी किया था आगाह
बता दें की जूही चावला ने 2018 में महाराष्ट्र के तत्कालीन मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़नवीस को चिट्ठी लिखी थी, जिसमें उन्होंने मोबाइल टावर और वाईफाई हॉटस्पॉट से निकलने वाले रेडिएशन से लोगों के स्वास्थ्य और पर्यावरण को होने वाले नुकसान के बारे में आगाह किया था।