जनतंत्र डेस्क, नई दिल्ली: हर वर्ष 14 जून को विश्व रक्तदान दिवस मनाया जाता है। विश्व रक्तदान दिवस मनाने का मकसद लोगों को रक्तदान करने के लिए प्रेरित करना और साथ ही ज्यादा से ज्यादा लोगों को रक्त प्रदान कराना है। रक्तदान रक्तग्रहण करने वाले के लिए जितना जरुरी होता है उतना ही रक्तदाता के लिए फायदेमंद होता है। आइए जानते है रक्तदान करने के फायदे
हार्ट को रखता है तंदरुस्त
खून में आयरन की मात्रा अधिक होने पर ह्रदय पर प्रेशर बनने लगता है। जिससे हार्ट अटैक का खतरा बना रहता है। लेकिन नियमित रूप से रक्तदान करने से खून में जरुरत से ज्यादा आयरन जमा नहीं होता और हार्ट अटैक का खतरे से निजात मिल जाती है।
कम होता है कैंसर का खतरा
शरीर में ज्यादा आयरन हार्ट के साथ-साथ लीवर और पैनक्रियाज़ पर भी बुरा असर डालता है अधिक आयरन लीवर और अग्न्याशय को बुरी तरह से प्रभावित करता है लेकिन नियमित रूप से रक्तदान करते रहने से लीवर में आयरन की मात्रा नियंत्रित रहती है आयरन की मात्रा नियंत्रित रहने से लीवर और अग्न्याशय के कैंसर होने का खतरा कम होता है।
ब्लड सेल्स का निर्माण
रक्तदान के बाद शरीर में ब्लड की कमी पूरा करने के लिए रेड ब्लड सेल्स की नयी कोशिकाऐं बनने लगती हैं। जिससे शरीर को नई उर्जा मिलती है और आप तरोतोजा महसूस करते हैं।
वजन कम करने में सहायक
बढ़ते वजन का संबंध कैलोरी से होता है और आप जब रक्तदान करते हैं तो आप 650 से 700 कैलोरी तक कम कर सकते हैं बढ़ते वजन का संबंध कैलोरी से होता है और जब आपके शरीर से कैलोरी कम होगी तो जाहिर सी बात है वजन भी कम होगा।रक्तदान करते रहने से आप अपने वजन को बहुत ही आसानी से कंट्रोल में रख सकते हैं इसलिए हर तीन माह में आपको रक्तदान करते रहना चाहिए।
शरीर रहता है स्वस्थ
नियमित रुप से रक्त दान करते रहने से शरीर में जमा गंदगी बाहर निकलती रहती है और बॉडी साफ हो जाती है। शरीर के साफ होने से कई खतरनाक बीमारियों का खतरा खत्म हो जाता है और ब्लड डोनेशन के बाद बोनमैरो नए रेड सेल्स बनाता है जो शरीर को तंदरुस्त बनाने में सहायता करता है।