नई दिल्ली : कोरोना से ठीक होने के बाद भी कई लोग अब दूसरी परेशानियों का सामना कर रहे हैं. कुछ को छोटे काम के बाद थकान होती है, तो कुछ को साँस लेने की शिकायत. कुछ को दिल का नया रोग लग गया है, तो कुछ में और दूसरी परेशानियाँ देखने और सुनने को मिल रही है.
इस वजह से डॉक्टरों की मानें, तो पोस्ट कोविड केयर भी उतना ही ज़रूरी है, जितना कोविड केयर. आपने जितना ख़्याल कोविड19 में अपना रखा, बीमारी से ठीक होने के बाद भी कुछ हफ़्तों या महीनों तक अपना उतनी ही सतर्कता से ख्याल रखें. नहीं तो ऐसा ना हो हो कि छोटी सी लापरवाही आप पर भारी पड़े.
कोरोना का शरीर पर असर
इसके लिए ये जानना ज़रूरी है कि कोविड19 में शरीर के वो कौन से हिस्से या अंग हैं, जो प्रभावित हो सकते है. अब भी ज़्यादातर लोग इसे सर्दी जुकाम वाली बीमारी मानते हैं. आम लोगों को लगता है कि कोविड19 में केवल फेंफड़ों पर ही असर होता है.लेकिन ऐसा नहीं है. चूंकि बीमारी नई है, इस वजह से धीरे-धीरे ही शरीर के दूसरे अंगों पर इसके असर के बारे में पता चल पा रहा है.
अब इस बात के सबूत हैं कि कोविड19 बीमारी में दिल, दिमाग, मांसपेशियाँ, धमनियाँ और नसों, खून, आँखें जैसे शरीर के कई दूसरे अंग पर भी असर पड़ता है. यही वजह है कि हार्ट अटैक, डिप्रेशन, थकान, बदन दर्द, ब्लड क्लॉटिंग और ब्लैक फंगस जैसी दिक़्क़तों का सामना लोग कर रहे हैं. डॉक्टर इस वजह से सलाह देते हैं कि कोविड19 से ठीक होने के बाद भी शरीर के दूसरे अंगों में होने वाले बदलाव को आप हल्के में नज़रअंदाज़ ना करें, बल्कि ज़्यादा वक़्त तक बदलाव बने रहने पर डॉक्टरों की सलाह ज़रूर लें.
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कम लक्षण वाले दें ध्यान
- भारत सरकार का मानना है कि 90 फीसदी से ज़्यादा कोविड19 के मरीज़ घर पर रह कर ही ठीक हो जाते हैं. ये वो लोग होते हैं, जिन्हें इलाज के लिए अस्पताल जाने की ज़रूरत नहीं पड़ती. लेकिन घर पर रह कर ठीक हुए लोगों के लिए पोस्ट कोविड 19 केयर ज़रूरी है.
- इसके बारे में विस्तार से बताते हुए सर गंगाराम अस्पताल में मेडिसिन विभाग के हेड डॉ. एसपी बायोत्रा कहते हैं, “हल्के लक्षण वाले मरीज़ो को भी पूरी तरह ठीक होने में 2-8 हफ्तों का समय लग सकता है. ये समय हर व्यक्ति के लिए अलग होता है.
- कमज़ोरी, एक साथ ज़्यादा काम करने पर थकान, भूख ना लगना, नींद बहुत आना, या बिल्कुल ना आना, शरीर में दर्द, शरीर का हल्का गरम रहना, घबराहट – ये कुछ ऐसे लक्षण है जो माइल्ड मरीज़ों में आम तौर पर ठीक होने के बाद भी देखने को मिलते हैं.”
डॉक्टर बायत्रो की कोरोना मरीजों के लिए सलाह
- अगर आप ख़ुद ही स्वस्थ महसूस कर रहे हैं, तो नेगेटिव रिपोर्ट के लिए ज़रूरत ना हो तो टेस्ट ना कराएँ. 14 दिन बाद आइसोलेशन ख़त्म कर सकते हैं. भारत सरकार ने भी इस बारे में दिशा निर्देश जारी किए हैं.
- रिकवरी के दौरान खाने-पीने का विशेष ख्याल रखें. प्रोटीन और हरी सब्जियां ज़्यादा मात्रा में ले. ऐसा इसलिए क्योंकि इस बीमारी में शरीर की प्रतिरोधक क्षमता कमज़ोर हो जाती है.
- खाने का मन ना हो तो थोड़े-थोड़े समय के अंतराल पर खाएँ और पानी सही मात्रा में पीएँ.
- नियमित योग और प्रणायाम करें. ब्रीदिंग एक्सरसाइज़ करें और एक साथ बहुत सारा काम ना करें.
- ठीक होने के कुछ दिन बाद तक (15-30 दिन) ऑक्सीजन, बुखार, ब्लड प्रेशर, शुगर मॉनिटर ज़रूर करें.
- गरम या गुनगुना पानी ही पीएं, दिन में दो बार भाप ज़रूर लें.8-10 घंटे की नींद ज़रूर लें और आराम करें.
- 7 दिन बाद डॉक्टर के साथ फॉलो-अप चेक-अप ज़रूर करें.