नई दिल्ली: देश में कोरोना वायरस के मामलों में दिन ब दिन तेजी बढ़ती जा रही है। इसी के चलते महाराष्ट्र, तमिलनाडु, पंजाब, दिल्ली, गुजरात, कर्नाटक और हरियाणा में कोरोना के नए मामलों के कारण सरकार एक बार फिर काफी चिंतित नज़र आ रही है। अब इसी कड़ी में गुजरात सरकार ने 31 मार्च तक अहमदाबाद, वडोदरा, सूरत और राजकोट में नाइट कर्फ्यू लगा दिया है।
आगे इसी को मद्दे नज़र रखते हुए मध्य प्रदेश ने भी पड़ोसी राज्य में कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए भोपाल और इंदौर शहर में नाइट कर्फ्यू लगाने की घोषणा कर दी है। वहीं पहले से ही महाराष्ट्र सरकार ने पुणे, औरंगाबाद, नागपुर में पाबंदियां लागू कर दी थी। अब कोविड के तीव्र गति से बढ़ते मामलों पर रणनीति को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सारे राज्यों के मुख्यमंत्रियों के संग वीडियो कांफ्रेंसिंग के ज़रिए बैठक की है। लेकिन इस बैठक में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल शामिल नहीं हुए।
Corona Alert: सरकार ने किये 14 मार्च तक स्कूल-कॉलेज, कोचिंग बंद
31 मार्च तक बढ़ाया गया नाइट कर्फ्यू
कोरोना के मामलों को बढ़ते देख गुजरात सरकार ने हाल-फ़िलहाल में को चार जगहों-अहमदाबाद, वडोदरा, सूरत और राजकोट में नाइट कर्फ्यू लागू करने का फैसला किया। बता दें कि, राज्य सरकार द्वारा जारी बयान में यह कहा गया है कि, “इन चारों शहरों में 17 मार्च से 31 मार्च तक रात 10 बजे से सुबह 6 बजे के बीच कर्फ्यू रहेगा।” हालांकि, इन शहरों में पहले से ही नाइट कर्फ्यू लगा हुआ था, लेकिन इसका समय रात 12 बजे से सुबह 6 बजे तक ही था। इसके अलावा अहमदाबाद के सभी उद्यानों और पार्कों को अगले आदेश तक बंद रखने का आदेश जारी किया गया है। साथ ही कांकरिया झील और चिड़ियाघर को भी बंद रखा जायेगा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की कोरोना को लेकर रणनीति
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के ज़रिए बैठक करते हुए सारे मुख्यमंत्रियों को संबोधित करते हुए यह कहां कि, “कोरोना के खिलाफ देश की लड़ाई को एक साल से ज्यादा हो रहा है। भारत के लोगों ने कोरोना का जिस प्रकार सामना हो रहा है, उसे लोग उदाहरण के रूप में प्रस्तुत करते हैं। हमें कोरोना की इस उभरती हुई दूसरी लहर को तुरंत रोकना होगा। इसके लिए हमें त्वरित और निर्णायक कदम उठाने होंगे। कोरोना की लड़ाई में हम आज जहां तक पहुंचे हैं, उससे आया आत्मविश्वास, लापरवाही में नहीं बदलना चाहिए। हमें जनता को पैनिक मोड में भी नहीं लाना है और परेशानी से मुक्ति भी दिलानी है। ‘टेस्ट, ट्रैक और ट्रीट’ को लेकर भी हमें उतनी ही गंभीरता की जरूरत है जैसे कि हम पिछले एक साल से करते आ रहे हैं। हर संक्रमित व्यक्ति के कॉन्टैक्ट को कम से कम समय में ट्रैक करना और आरटी-पीसीआर टेस्ट रेट 70 प्रतिशत से ऊपर रखना बहुत अहम है।”
होली पर नहीं होगा कोई सामूहिक कार्यक्रम
इसी कड़ी में आगे मध्य प्रदेश सरकार ने भी कोरोना के खतरे को मद्दे नज़र रखते हुए कई बड़े फैसले लिए हैं। मध्य प्रदेश के भोपाल और इंदौर शहर में रात दस बजे से सुबह छह बजे तक नाइट कर्फ्यू रहेगा। वहीं जबलपुर और ग्वालियर शहर में रात दस बजे से सभी दुकानें और व्यावसायिक प्रतिष्ठान को बंद रखने के आदेश दिए गए है। इसके साथ ही मध्य प्रदेश विधानसभा की कार्यवाही अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दी गई है। इन सब के आलावा भोपाल, इंदौर, ग्वालियर, जबलपुर, उज्जैन, रतलाम, छिंदवाड़ा, बुरहानपुर, बैतूल और खरगोन जिले में होली उत्सव के दौरान कहीं कोई सामूहिक कार्यक्रम भी नहीं किए जाएंगे। साथ ही मध्य प्रदेश के पड़ोसी राज्य महाराष्ट्र में कोरोना संक्रमण की गंभीर स्थिति को देखते हुए राज्य सरकार ने सोमवार को निर्देश जारी किया की वहां से आने वाले लोगों को सात दिन तक क्वारंटाइन करना अनिवार्य होगा।