नई दिल्ली: कर्नाटक की सियासत पर संकट मंडराया हुआ है। कर्नाटक में 13 विधायकों ने इस्तीफा दे दिया है, जिनमें 10 विधायक कांग्रेस और तीन विधायक जनता दल सेक्यूलर के हैं। कांग्रेस-जेडीएस गठबंधन अपने रूठे हुए विधायकों को मनाने की पूरी कोशिश कर रहे हैं, लेकिन अभी कोई हल नहीं निकला है। इसी बीच विधानसभा अध्यक्ष केआर रमेश इन विधायकों के इस्तीफे पर मंगलवार को फैसला लेंगे।
कुमारस्वामी ने मंत्री पद का दिया ऑफर
अपनी सरकार को बचाने के लिए जेडीएस ने तीन विधायकों को मंत्री पद का ऑफर दिया है। विधायक विश्वनाथ, गोपाला को मंत्री पद ऑफर किया गया है, तो वहीं नारायण गौड़ा को बोर्ड चेयरमैन का पद ऑफर किया है। हालांकि, इन विधायकों ने ऑफर को ठुकरा दिया है।
संसद में भी उठा कर्नाटक का मुद्दा
कर्नाटक का सियासी नाटक का मुद्दा सोमवार को संसद में भी उठाया गया। यहां कांग्रेस ने भारतीय जनता पार्टी पर आरोप लगाते हुए कहा कि जहां भारतीय जनता पार्टी की सरकार नहीं है, वहां की सरकारों को अशांत करके बीजेपी अपनी सरकार को लाने की कोशिश कर रही है। बीजेपी विधायकों को प्रलोभन देकर पार्टी को तोड़ रही है। वहीं, रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने विपक्ष के आरोपों का करारा जवाब दिया।