नई दिल्ली : जनवरी के महीने में देश में जोब एम्प्लॉयमेंट के आंकड़े में इजाफा देखने को मिला है। पिछले एक महीने में करीब 1.20 करोड़ लोगों को रोजगार मिला है। इस प्रकार बेरोजगारी दर दिसंबर के 9.1 फीसदी से कम होकर 6.5 फीसदी हो गई है। सेंटर फॉर मॉनिटरिंग इंडियन इकोनॉमी के आंकड़ों से पता चला है। CMIE के डाटा में एक महीने के दौरान रोजगार के आंकड़ों में यह सबसे बड़ा इजाफा है। लॉकडाउन में हर महीने का यह आंकड़ा करीब 5 लाख रोजगार का है।जनवरी 2021 के दौरान इसमें दोगुना से ज्यादा का इजाफा हुआ है।

जोब एम्प्लॉयमेंट : देश में रोजगार
दिसंबर 2020 तक देश में रोजगार करने वाले लोगों की कुल संख्या 38.88 करोड़ थी। जनवरी 2021 में यह बढ़कर 40.07 करोड़ पर पहुंच गई है। मार्च 2020 में लॉकडाउन के बाद से यह उच्चतम आंकड़ा है। देश में रोजगार दर दिसंबर के 36.9 फीसदी से बढ़कर 37.9 फीसदी पर पहुंच गई है। फिर भी भारत में अभी भी रोजगार की संख्या लॉकडाउन के पहले से कम है। लेकिन अब ऐसे लोगों की संख्या भी कम हो गई है,जो रोजगार करना चाहते हैं।
रिकवरी पहले से कम है लेकिन जनवरी 2021 में बेहतर हालात में है। जनवरी में रोजगार के अवसर बढ़ने से बेरोजगरों की संख्या औसत 3.3 करोड़ से कम होकर 2.79 करोड़ पर पहुच गई है। वित्त वर्ष 2019-20 की तुलना में उन बेरोजगार लोगों की संख्या में कमी है जो रोजगार करना चाहते हैं या उसकी तलाश मे है। जनवरी के दौरान ऐसे लोगों की संख्या कम हो रही है।जो रोजगार तो करना चाहते हैं लेकिन उन्हें मौके नहीं मिले हैं। दो साल में 4 करोड़ पाए गएहै।
औसत बेरोजगारी दर
सीएमआईई की रीपोर्ट में पिछले 6 महीने के दौरान बेरोज़गारी दर के आंकड़े में काफी उतार-चढ़ाव देखने को मिला है। नवंबर में यह न्यूनतम 6.5 फीसदी पर और दिसंबर में 9.1 फीसदी पर था। पिछले छह महीने में बेरोजगारी की औसत दर 7.4 % रही है । सामान्य समय में बेरोजगारी दर के आंकड़े में उतार-चढ़ाव से अनौपचारिक रोजगार के बढ़ते अनुपात देखने को मिल रहा है।
भारत में रोजगार करने वाले अधिकतर लोगों के पास नौकरी नहीं है। किसी भी समय में उनकी नौकरी देश की अर्थव्यवस्था की स्थिति, लोकल स्तर की स्थिति, बिज़नेस के हालात और कुछ हद तक उनके किस्मत तक पर निर्भर करती है।
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