नई दिल्ली : भारत बंद जीएसटी व्यवस्था को सरल बनाने की मांग को लेकर व्यापारियों के संगठन द कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) ने किया है। इसी के साथ सड़क परिवहन क्षेत्र की सर्वोच्च संस्था ऑल इंडिया ट्रांसपोटर्स वेलफेयर एसोसिएशन ने भी इस दिन ‘चक्का जाम’ का ऐलान साथ में किया है।
देश व्यापी धरना
कैट के द्वारा कहा है कि केंद्र सरकार, राज्य सरकारों और जीएसटी परिषद से माल एवं सेवा कर के कठोर प्रावधानों को समाप्त करने की मांग की है । देश भर में 1500 स्थानों पर धरना भी दिया जा रहा है। जिस के चलते देश भर के सभी बाजार बंद रहेंगे और सभी राज्यों के अलग-अलग शहरों में धरना का आयोजन किया जा रहा है ।
आज ट्रासपोर्ट नही चलेगे
सभी राज्य स्तरीय-परिवहन संघों ने भारत सरकार द्वारा पेश किए गए नए ई-वे बिल कानूनों के विरोध में कैट का समर्थन किया है। ट्रांसपोर्ट के कार्यालयों को इस दौरान पूरी तरह बंद रखने की घोषणा की है। इसकी वजह से किसी भी प्रकार की माल की बुकिंग, डिलीवरी, लदाई/उतराई बंद रहेगी। सभी परिवहन कंपनियों को विरोध के लिए सुबह 6 से शाम के 8 बजे के बीच अपने वाहन नही चलाने का आदेश दिया है। देश भर में एक जनवरी से प्रभावी होने वाले नए ई वे बिल के नियम से परिवहन और व्यवसायी वर्ग चिंतित है। क्योकि केंद्र सरकार द्वारा जारी अधिसूचना के अनुसार ई वे बिल की समय सीमा की वैधता घटाई गई है । वर्तमान में प्रति 100 किमी तक के लिए वाहन पर लादे गए सामान पर दो दिन के लिए ई वे बिल की समय सीमा है। वही यह एक जनवरी से मात्र एक दिन की रहेगी.
देशभर के व्यापार संगठन करेंगे हड़ताल
देश के ट्रांसपोर्ट सेक्टर के अलावा बड़ी संख्या में अनेक राष्ट्रीय व्यापारिक संगठनों ने भी इस व्यापार बंद का समर्थन किया है। इसमें ऑल इंडिया एफएमसीज़ी डिस्ट्रिब्यूटर्स फेडरेशन, फेडेरेशन ऑफ अलूमिनियम यूटेंसिलस मैन्यूफैक्चरर्स एंड ट्रेडर्स एसोसिएशन, नार्थ इंडिया स्पाईसिस ट्रेडर्स एसोसिएशन और संगठन भी शामी है