जनतंत्र डेस्क, नई दिल्ली: 2 जुलाई को भारत और इंग्लैंड के बीच खेले जा रहे एजबेस्टन टेस्ट के दूसरे दिन रवींद्र जडेजा ने शतक लगाया। 79वें ओवर में मैटी पॉट्स की गेंद पर चौका लगाकर जडेजा ने अपना शतक पूरा किया। जडेजा 104 रन बनाकर जेम्स एंडरसन की गेंद पर आउट हुए। भारत के लिए इस पारी में ऋषभ पंत ने भी शतक लगाया। उन्होंने 146 रन की पारी खेली। पंत ने जडेजा के साथ छठे विकेट के लिए 222 रनों की साझेदारी की।
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अब तक भारत के टेस्ट इतिहास में तीन बार ही एक पारी में दो बाएं हाथ के बल्लेबाजों ने शतक लगाया है। सबसे पहले 1999 में ऐसा हुआ था। अहमदाबाद में न्यूजीलैंड के खिलाफ सौरव गांगुली ने 125 और सदगोपन रमेश ने 110 रन बनाए थे। इसके आठ साल बाद 2007 में बेंगलुरु में पाकिस्तान के खिलाफ सौरव गांगुली ने 239 और युवराज सिंह ने 169 रन बनाए थे।
कपिल देव और धोनी के क्लब में जडेजा की एंट्री
जडेजा नंबर सात या उससे नीचे बल्लेबाजी करते हुए एक कैलेंडर ईयर में दो शतक लगाने वाले भारत के चौथे बल्लेबाज बन गए। 1986 में कपिल देव ने पहली बार ऐसा किया था। उन्होंने चेन्नई में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 119 और कानपुर में श्रीलंका के खिलाफ 163 रन बनाए थे। 2009 में महेंद्र सिंह धोनी ने ऐसा किया था। तब उन्होंने अहमदाबाद में श्रीलंका के खिलाफ 110 और मुंबई में श्रीलंका के खिलाफ ही नाबाद 100 रन मारे थे।
2010 में हरभजन सिंह ने अपना नाम लिस्ट में जोड़ा था। उन्होंने अहमदाबाद में न्यूजीलैंड के खिलाफ 115 रन बनाए थे। उसके बाद कीवी टीम के खिलाफ ही अगले मैच में हैदराबाद में उन्होंने नाबाद 111 रन ठोके थे। जडेजा की बात करें इस मैच में इंग्लैंड के खिलाफ 104 रन बनाने से पहले मार्च में श्रीलंका के खिलाफ मोहाली में नाबाद 175 रन बनाए थे।