नई दिल्लीः Pandora Papers: भारत में भले ही अब काले धन का जिक्र कम छेड़ा जाता हो, लेकिन स्थिति जस की तस बनी हुई है। विदेशी खातों में भारत की ओर से कितनी राशि छिपाई गई है। इसका आधिकारिक आंकड़ा तो सरकार के पास भी नहीं है। वहीं, अगर काला धन काबू में नहीं आ रहा तो एक और नायाब तरकीब मालूम होती है मनी लॉन्ड्रिंग। ये कुछ इसी तरह है जैसे पितल ( Bras ) को चमकाकर सोने की शक्ल देना। भले ही अब जंतर मंतर पर काले धन के खिलाफ आंदोलन की गूंज न सुनाई दे रही हो। लेकिन कितना काला धन वापस लाया गया है इस पर किसी को कुछ नहीं पता। अब नया खुलासा पैंडोरा पेपर्स लीक से हुआ है, जिसमें भारत के तकरीबन 300 से ज्यादा लोगों का नाम शामिल है। इन पेपर्स के लीक होने के बाद भारत की ईमानदारी पर सवाल उठ रहे हैं।
Pandora Papers: ICIJ के खुलासे के बाद घमासान
इंटरनेशनल कंसोर्टियम ऑफ इन्वेस्टिगेटिव जर्नलिस्ट यानि ICIJ के खोजी पत्रकारों की टीम ने पैंडोरा पेपर्स लीक किए हैं। जिसमें दुनियाभर के मीडिया संस्थानों ने बड़े अमीरों के गुप्त लेनदेन को लेकर अहम खुलासे किए हैं। इनमें 35 देशों के मौजूदा और पूर्व राष्ट्राध्यक्षों से लेकर सैकड़ों उद्योगपति, खिलाड़ी, सिलेब्रिटी, नेता और अन्य लोगों के अपनी संपत्ति और पैसे के लेन-देन को छिपाने और उनके हथकंडों का जिक्र है। इस लीक डेटा को पैंडोरा पेपर्स नाम दिया गया है। जो करीब 1 करोड़ 19 लाख गुप्त फाइलों की खेप है। इन पेपर्स में भारतीयों के नाम सामने आने के बाद कई सवाल गहरा गए, साथ ही बड़े सेलिब्रिटी और क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर की साख पर भी सवाल खड़े हो गए।
अनिल अंबानी और जैकी श्रॉप का भी नाम
पैंडोरा पेपर्स लीक में एक के बाद एक कई भारतीय हस्तियों के नाम सामने आ रहे हैं। पहले सचिन तेंदुलकर और अब अनिल अंबानी, विनोद अडानी, जैकी श्रॉफ, किरण मजूमदार शॉ, नीरा राडिया और भगोड़े कारोबारी नीरव मोदी की बहन का नाम सामने आया है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, कई भारतीयों ने 2016 में पनामा पेपर्स लीक के बाद अपनी सपंत्तियों को इधर-उधर किया।
काले धन की तिजोरी
पैंडोरा पेपर लीक के बाद यह बात तो तय हो गई कि काले धन का खेल जारी है। भारतीय ने अपना पैसा स्विस बैंको में ही नहीं बल्कि कई तरह से टैक्स हैंवस में छिपाया है। ये कहें कि इसके लिए हवाला रूट का इस्तेमाल किया गया होगा, तो भी संदेह नहीं। पैंडोरा पेपर की फाइलों में 14 सर्विस फर्म्स की ओर से खड़ी की गई 29,000 ऑफ-द-शेल्फ कंपनियों और प्राइवेट ट्रस्टों के नाम हैं। जिन्हें टैक्स बचाने के लिए ही बनाया गया था।
यह भी पढ़ें- Lakhimpur Kheri Violence: लखीमपुर की घटना पर सुप्रीम कोर्ट सख्त कहा, हिंसक प्रदर्शन की जवाबदेही किसकी ?
पेंडोरा पेपर्स के सामने आने के बाद 91 देशों में हलचल पैदा हो गई है. इस लिस्ट में दुनियाभर के राजनेताओं और हस्तियों पर दूसरे देशों में छिपाकर संपत्ति बनाने का आरोप है। अब देखने वाली बात ये होगी कि इस खुलासे के बाद भारत की ओर से क्या एक्शन लिया जाएगा। क्या उन लोगों के संपत्ति ब्यौरे और पेपर्स के जरिए सामने आए तथ्यों की जांच की जाएगी। क्या इसके लिए भी तमाम एजेंसियों की मदद ली जाएगी?
PM Modi Lucknow Visit Today | नरेंद्र मोदी आज Lucknow में | ‘आजादी का अमृत महोत्सव’ कार्यक्रम | JTV