नई दिल्ली- मुंबई स्थित विवादास्पद कंपनी, दीवान हाउसिंग फाइनेंस कॉरपोरेशन लिमिटेड यानि DHFL के साथ उत्तर प्रदेश सरकार के साल 2014 में हुए करार को लेकर लखनऊ में हड़कंप मचा हुआ है राज्य सरकार के उप्र विद्युत निगम लिमिटेड ने एक विवादास्पद निर्णय के तहत अपने कर्मचारियों के 2,631 करोड़ रुपये के फंड का DHFL में निवेश किया ये वही कंपनी है।
इकबाल मिर्ची के साथ संबंध
जिसके प्रमोटरों से हाल ही में प्रवर्तन निदेशालय ने दाऊद इब्राहिम के एक पूर्व सहयोगी इकबाल मिर्ची की एक कंपनी के साथ संबंधों को लेकर पूछताछ की है। उत्तरप्रदेश राज्य विद्युत परिषद अभियंता संघ के महासचिव राजीव कुमार सिंह ने कर्मचारी भविष्य निधि के पैसे को एक विवादास्पद कंपनी में निवेश करने का मामला जोर-शोर से उठाया है
UPPCL के चेयरमैन को लिखा पत्र
UPPCL के चेयरमैन को लिखे एक पत्र में उन्होंने कर्मचारियों के सामान्य भविष्य निधि यानि GPF और अंशदायी भविष्य निधि यानि CPF से संबंधित पैसे को निवेश करने के निर्णय पर सवाल उठाया है साल 2014 में बिजली कर्मचारियों और अधिकारियों के GPF और CPF निधियों को DHFL को हस्तांतरित करने के विवादित फैसले ने तूल पकड़ लिया है।
ED ने की थी पूछताछ
वहीं सवाल DHFL के अंडरवरर्ल्ड कनेक्शन पर भी है दरअसल दाऊद गिरोह के ज़मीन सौदों का खुलासा करने के बाद ED सनब्लिंक रियल एस्टेट के साथ DHFL के कथित संबंधों की जांच कर रहा है आपको बता दें कि सनब्लिंक रियल एस्टेट के जरिए ही मिर्ची के कहने पर धनराशि को दुबई पहुंचाया गया था और DHFL के चेयरमैन कपिल वधावन और उसके भाई धीरज वधावन से हाल ही में ED ने पूछताछ की थी ED ने रियलिटी फर्म को मोर्टगेज लेंडर के जरिए दिए गए 2,186 करोड़ रुपये से अधिक के लोन के संबंध में पूछताछ की थी।