नई दिल्ली : धरती के जीवों को रहने के लिए अपने ही सौर मंडल में एक नया ग्रह मिल सकता है. वैज्ञानिकों ने दावा किया कि है कि धरती के कुछ जीव इस ग्रह पर रह सकते हैं. इस ग्रह का नाम है मंगल (Mars). मंगल ग्रह के वातावरण में धरती के कुछ जीव खुद को बचा सकते हैं. वहां रह सकते हैं. आइए जानते हैं कि आखिर किस आधार पर वैज्ञानिकों ने यह बड़ा दावा किया है?
दुनियाभर के वैज्ञानिकों का मानना है कि मंगल ग्रह पर करोड़ों साल पहले जीवन रहा होगा. इसके सबूत भी मिले हैं. हाल ही में अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा के मार्स क्यूरियोसिटी रोवर ने बताया था कि मंगल ग्रह पर बाढ़ आई थी. वहां सूक्ष्म जीवों के होने के कुछ सबूत भी मिले हैं.
मंगल ग्रह पर हैं ये जीव-
मंगल ग्रह पर धरती के कौन से जीव रह सकते हैं, इसे लेकर यूनिवर्सिटी ऑफ अरकंसास के सेंटर फॉर स्पेस एंड प्लैनेटरी साइंसेज के शोधकर्ताओं ने एक स्टडी की. उन्होंने बताया कि धरती पर मिलने वाले चार प्रजातियों के जीव मंगल ग्रह पर रह सकते हैं.
ऐसा है मंगल का वायुमंडल-
मंगल ग्रह पर रहना बेहद मुश्किल है. वहां बेहद कम दबाव का वायुमंडल है. साथ ही वातावरण और मौसम बेहद असुरक्षित और तेजी से बदलने वाला है. ऐसी स्थिति में धरती पर रहने वाले जीवों का वहां रहना मुश्किल है. लेकिन धरती पर मौजूद चार प्रजातियों के माइक्रो-ऑर्गेनिज्म यानी सूक्ष्म जीव वहां रहने लायक हैं.
धरती पर मीथैनोजेन्स गीली जगहों पर, समुद्र में यहां तक जानवरों के पाचन नली में भी पाए जाते हैं. ये हाइड्रोजन और कार्बन डाईऑक्साइड खाते हैं और मल की जगह मीथेन गैस निकालते हैं. नासा के कई मिशन से ये बात स्पष्ट हुई है कि मंगल ग्रह के वायुमंडल में मीथेन गैस प्रचुर मात्रा में है. हालांकि ये पता नहीं चल पाया है कि वहां पर इतना मीथेन कहां से पैदा हो रहा है.