नई दिल्ली। अमेरिका के जो बाइडन प्रशासन ने सोमवार को कहा कि अपने पड़ोसियों को धमकाने के चीन के लगातार जारी प्रयासों से अमेरिका बहुत चिंतित है और भारत-चीन सीमा के हालात पर उसने करीब से नजर बनाकर रखी हुई है। अमेरिका ने चीन से कहा है कि पड़ोसी देशों को उसकी डराने-धमकाने की नीति बिलकुल भी ठीक नहीं है। जो बाइडन प्रशासन ने कहा है कि उसकी नजर चीन की हर गतिविधियों पर है।
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हालात पर करीब से नजर-
व्हाइट हाउस की राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद की प्रवक्ता एमिली जे होर्न ने कहा, ‘हमने हालात पर करीब से नजर बना रखी है।उन्होंने ये भी कहा भारत तथा चीन की सरकारों के बीच चल रही वात की हमें जानकारी है और हम सीमा विवादों के शांतिपूर्ण समाधान के लिए सीधी वात का समर्थन करना जारी रखेंगे।
डराने-धमकाने के प्रयास-
एमिली जे होर्न भारत के क्षेत्रों में घुसपैठ कर उन पर कब्जा जमाने के चीन के हाल के प्रयासों से संबंधित सवालों का जवाब दे रही थीं।उन्होंने कहा, ‘बीजिंग द्वारा पड़ोसियों को डराने-धमकाने के निरंतर प्रयासों से अमेरिका चिंतित है। उन्होंने कहा, ‘हिंद-प्रशांत क्षेत्र में साझा समृद्धि, सुरक्षा एवं मूल्यों को आगे ले जाने के लिए हम अपने मित्रों, साझेदारों और सहयोगियों के साथ खड़े हैं।
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संसद के संयुक्त सत्र-
बता दे भारत-चीन के बीच सीमा पर हुई झड़पों के संबंध में यह बाइडन प्रशासन की पहली प्रतिक्रिया है। भारतीय राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने पिछले हफ्ते संसद के संयुक्त सत्र को संबोधित करते हुए कहा था, ‘देश के हितों की रक्षा के लिए सरकार पूरी तरह कटिबद्ध है और सतर्क भी है। वास्तविक नियंत्रण रेखा पर भारत की संप्रभुता की रक्षा के लिए अतिरिक्त सैन्यबलों की तैनाती भी की गई है। सरकार देश की एकता और अखंडता को चुनौती देने वाली ताकतों से निपटने के लिए हर स्तर पर प्रयासरत है।