जनतंत्र डेस्क, नई दिल्ली: चीन अपनी घटती बर्थ रेट से परेशान है। यहीं वजह है कि बीते सालों में चीन ने अपनी वन चाइल्ड पॉलिसी को बदल दिया। इस पॉलिसी के तहत चीन में कपल्स एक ही संतान पैदा कर सकते थे। इतना ही नहीं घटती बर्थ रेट से परेशान होकर चीन ने योजनाएं भी शुरू की। लेकिन यहां के युवा शादी में दिलचस्पी नहीं दिखा रहे।
शादी में दुल्हन का इस गाने पर डांस करना दूल्हे को नहीं आया रास, वहीं दिया तलाक
साल 2021 में चीन में महज 76.3 लाख शादियां ही दर्ज की गई। चीन के नागरिक मामलों के मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक, यह आंकड़ा 36 साल में सबसे कम है। पिछले कुछ सालों में चीनी युवा शादी से कतरा रहे हैं। इसकी वजह चीनी युवा नौकरी की कमी और जिम्मेदारियों के बढ़ने को बता रहे हैं। एक रिपोर्ट के मुताबिक, 2020 में 81.3 लाख कपल ने शादी के लिए रजिस्ट्रेशन कराया था। मतलब, केवल एक साल में 5 लाख से भी कम शादियां हुईं।
देश कोई भी हो सब माता-पिता ये ही चाहते हैं कि उनके बच्चे शादी ब्याह करके घर बसा लें, चीन में भी ऐसा ही है। लेकिन चीन के युवा शादी में दिलचस्पी नहीं दिखा रहे। इसके लिए वे रोजगार को बड़ी वजह मानते हैं। साथ ही कम वेतन भी एक वजह है।
वहीं, चीन में लड़कियां भी शादी को जरूरी नहीं मानती हैं। महिलाएं आर्थिक रूप से मजबूत हो रही हैं और उच्च शिक्षा हासिल कर रही हैं। इसलिए वे अब किसी पर निर्भर नहीं रहना चाहती हैं। उन्हें अच्छा जीवन जीने के लिए किसी सहारे की जरूरत नहीं है।
तलाक के मामले भी बढ़े
चीन में सिर्फ ऑफिसों में ही नहीं, बल्कि घर में भी महिला-पुरुष के बीच समानता बढ़ रही है। इससे भी लोग शादी करने से बच रहे हैं। हाल ही में 1 महीने का कूलिंग ऑफ पीरिएड लागू होने से तलाक के मामले घटे हैं। जबकि तलाक के केस बढ़े हैं।