- प्रवक्ता रवीश कुमार ईरान पर प्रतिक्रिया
- ईरान ने भारत से शांति की पहल की अपील की
- कौन से देश अमेरिका और ईरान का साथ देंगे
नई दिल्ली – शुक्रवार 3 जनवरी को बगदाद हवाई अड्डे पर अमेरिका द्वारा एयर स्ट्राइक किया गया था। इस हमले में ईरानी मेजर जनरल कासिम सुलेमानी मारा गया। वहीं इस हमले के बाद अमेरिका ने पुष्टि की है कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के आदेश पर अमेरिकी बलों द्वारा बगदाद हवाई अड्डे पर हवाई हमला किया गया था। इस हमले के बाद ईरान ने अमेरिकी सैन्य ठिकानों पर बैलिस्टिक मिसाइल से हमला बोला। जिसके बाद दोनों देशो में काफी तनाव बढ़ गया है।
भारत अमेरिका और ईरान युद्ध पर क्या प्रतिक्रिया है।
अमेरिका के साथ बढ़ रहे तनाव के बीच ईरान ने भारत से शांति की पहल करने की अपील की है भारत में ईरान के राजदूत अली चेगेनी ने कहा है कि अमेरिका और ईरान के बीच तनाव को कम करने के लिए अगर भारत की तरफ से कोई पहल होती है तो ईरान उसका स्वागत करेगा। ईरान के राजदूत के इस बयान से मिले शांति के संकेत…कहा, दोनो देशों के बीच तनाव कम करने के लिए ईरान भारत की तरफ देख रहा है। युद्ध नहीं चाहता ईरान
अमेरिका और ईरान के बढ़ते तनाव के बीच ये खबर आ रही हैं कि तीसरा विश्वयुद्ध हो सकता है। जबकि सभी देशों ने दोनों पक्षों को संयम रखने के लिए कहा है। लगातार अमेरिका और ईरान के बीच सीधे तौर पर युद्ध के सवाल उठ रहे है। इन सबके बीच न्यूयॉर्क टाइम्स में लिखा गया है कि ईरान अमेरिका से सीधी लड़ाई नहीं लड़ सकता। वहीं इस बात की संभावना ज्यादा है कि ईरान अमेरिका के खिलाफ प्रॉक्सी वार की शुरुआत कर सकता है। वहीं अगर ऐसा होता है तो कौन से देश युद्ध में अमेरिका और ईरान का साथ देंगे।
ईरान का समर्थन कौन से देश कर सकते हैं
वैसे तो ईरान की ताकत इतनी नहीं है कि उसे सीधे तौर पर की किसी देश का साथ मिल सके लेकिन अगर प्रॉक्सी वार होती है तो अमेरिका के खिलाफ युद्ध में ईरान को लेबनान, यमन इराक, सीरिया और फिलिस्तीन जैसे देशों का साथ मिल सकता है।
अमेरिका का समर्थन कौन से देश कर सकते हैं
बता दे कि बहुत से देशों जैसे चीन और रुस ने अमेरिका के इस एक्शन को अवैध बताया है। वहीं रुस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोम्पियो से ये भी कहा कि अमेरिका की ईरान पर ये कार्रवाई अवैध है। अमेरिका को इस पर ईरान से बात करनी चाहिए। वहीं अगर युद्ध होता है तो अमेरिका को मीडिल ईस्ट में इजरायल, खाड़ी के देश और सऊदी अरब से समर्थन मिल सकता है।
भारत अमेरिका और ईरान युद्ध पर क्या प्रतिक्रिया है
बता दे हाल ही में हुई प्रेस कॉफ्रेंस में विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने कहा कि ईरान में जो स्थिती बनी हुई है उस पर हमारी नजर है, वहां की शांति, स्थिरता,सुरक्षा बने रहना बहुत जुरुरी है क्योंकि वहां की शांति में हमारा हित है। रवीश कुमार ने कहा कि हम ये चाहेंगे जो इस स्थिती बनी हुई है वो नॉर्मल हो जाए ।