जनतंत्र डेस्क, नई दिल्ली: देश चाहे भारत हो या कोई और…लड़कियों पर बेतुके कमेंट, अजीबोगरीब कानून और उनपर होते अत्याचारों के लिए उन्हें ही जिम्मेदार ठहराना तो जैसे आम हो गया है। इस दकियानुसी में विकसित देश भी पीछे नहीं। बात जापान की हो रही है। जहां स्कूलों में लड़कियां अब बालों की चोटी बनाकर यानी पोनीटेल बनाकर नहीं आ सकती। इसके पीछे जो तर्क दिया है उससे किसी का भी दिमाग चकरा सकता है।
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दरअसल हाल ही में जापान के स्कूलों ने लड़कियों के पोनीटेल बनाकर आने प्रतिबंध लगा दिया है। इसके पीछे जो तर्क दिया गया कि लड़कियों की चोटी पुरुषों को उत्तेजित करती है। कहा गया है कि चोटी करने से लड़कियों के गर्दन का पिछला हिस्सा लड़कों को ‘यौन रूप से उत्तेजित’ कर सकता है। इसलिए अब वहां स्कूल में पढ़ने वाली लड़कियां पोनीटेल बनाकर स्कूल नहीं जा सकती हैं। जापान के इस काले कानून का विरोध सोशल मीडिया पर होने लगा है।
अंडरगारमेंट्स पर भी अजीबोगरीब नियम
जापान में ये पहली बार नहीं है जब लड़कियों पर बेहुदा कानून थोपा गया है। ‘द न्यूयॉर्क टाइम्स’ की एक रिपोर्ट के मुताबिक, यहां कई स्कूलों में बच्चों के मोजे की साइज से लेकर अंडरगारमेंट्स के रंग भी तय हैं। एक नियम के अनुसार यहां स्कूल में पढ़ने वाली लड़कियां केवल सफेद रंग के अंडरगारमेंट्स पहन के आएंगी। लड़कियां अपने बालों का रंग भी नहीं बदल सकतीं।
स्कूलों में लड़कियों के पोनीटेल बैन करने पर जापान ने पुरुषों की यौन उत्तेजना का हवाला दिया है। साल 2020 में लड़कियों की चोटी के नियम को लेकर जापान के फुकुओका इलाके के कई स्कूलों में सर्वे किया गया। सर्वे के अनुसार चोटी में लड़कियों की दिखती गर्दन पुरुषों को उत्तेजित करती है, जबकि कई जगह लड़कियों के छोटे बालों और बॉब हेयरकट की इजाजत है। यानी पोनीटेल वाली लड़की पर कोई लड़का बुरी नजर रखता है उसकी नियत लड़की ने ही खराब की है। भले ही लड़के बिना कपड़ों के घूम रहे हों।