नई दिल्ली: कर्नाटक में कांग्रेस-जेडीएस की गठबंधन की सरकार पर संकट के बादल छाए हुए हैं। दोनों पार्टियों के 13 विधायक इस्तीफा दे चुके हैं। अब सरकार को बचाने के लिए संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (UPA) चेयरपर्सन सोनिया गांधी एक्टिव हो गई हैं। उन्होंने कर्नाटक में हालात संभालने के लिए पार्टी नेता गुलाम नबी आजाद और बीके हरिप्रसाद को कर्नाटक भेजने का फैसला किया है।
बता दें कि इन दोनों नेताओं को कर्नाटक का मामला हल करने की जिम्मेदारी दी गई है। वहीं, गुलाम नबी आजाद के बेंगलुरु जाने के फैसले पर केसी वेणुगोपाल का कहना है कि मैंने ही उन्हें बेंगलुरु बुलाया है, क्योंकि इस वक्त उनकी जरूरत यहां पर है।
गौरतलब है कि कर्नाटक में 13 विधायकों के इस्तीफा देने के बाद कर्नाटक की कुमारस्वामी सरकार खतरे में आ गई है। ऐसे में दोनों दल सरकार को बचाने और रूठे हुए विधायकों को मनाने के लिए पूरी कोशिश कर रहे हैं। इसी बाबत मंगलवार को कांग्रेस ने विधायक दल की बैठक बुलाई थी। इस बैठक में इस्तीफा देने वाले 10 विधायक शामिल नहीं हुए, लेकिन पार्टी की ओर से लगातार कहा जा रहा है कि विधायकों को मना लिया जाएगा।
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